सुबह लगी स्कूल, छुट्टी के बाद 19 बच्चे-टीचर निकले बाहर, ठीक 15 मिनट बाद गिर गई छत
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में विद्यालय की छत गिरने से बची बड़ी दुर्घटना

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में विद्यालय की छत गिरने से बची बड़ी दुर्घटना
ग्वालियर का चकरामपुरा गांव
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के चकरामपुरा गांव में एक बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। गांव में स्थित एक स्कूल की जर्जर बिल्डिंग अचानक ढह गई। इस घटना के 15 मिनट पहले ही स्कूल में पढ़ने वाले 19 बच्चे और उनके टीचर वहां से निकल गए थे, जिसके चलते किसी को भी चोट नहीं आई।
खतरनाक स्थिति में जिले के 250 स्कूल
ग्वालियर जिले में कुल 1480 स्कूल हैं, जिनमें से 250 स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। इनमें से 50 स्कूलों की स्थिति बेहद खतरनाक है। इन स्कूलों में बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर हैं। स्थानीय प्रशासन और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) ने कई स्कूलों में सूचना भी लगाई है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है।
जर्जर भवनों में जारी स्कूल
ग्वालियर के जीवाजी राव स्कूल की स्थिति भी बेहद खराब है। करीब 90 से 100 साल पुरानी इस बिल्डिंग का एक हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है और उसे लकड़ी के सहारे खड़ा रखा गया है। करीब 4 साल पहले, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने इस स्कूल को जर्जर घोषित किया था और इसके बारे में सूचना भी लगा दी थी। इसके बावजूद, इस स्कूल में अभी भी 650 बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं।
प्रिंसिपल की गुजारिश
जीवाजी राव स्कूल के प्रिंसिपल ने विभाग से स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने की गुजारिश की है, लेकिन उनकी अपील पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह स्थिति ग्वालियर के कई अन्य स्कूलों की भी है, जहां बच्चों को सुरक्षित माहौल में पढ़ाई करने की आवश्यकता है लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते स्थिति जस की तस बनी हुई है।