
इंदौर/शिलॉंग, 19 जून 2025:
राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब तक जो सबसे बड़ा रहस्य बना हुआ था – “कौन है संजय वर्मा?” – उसका खुलासा हो चुका है।
सोनम रघुवंशी जिस शख्स से घंटों फोन पर बात करती थी, वो कोई और नहीं बल्कि उसका प्रेमी राज कुशवाहा ही है, जिसने फर्जी नाम ‘संजय वर्मा’ का इस्तेमाल किया था।
कॉल डिटेल में क्या निकला?
- 1 मार्च से 8 अप्रैल 2025 के बीच सोनम और ‘संजय वर्मा’ के बीच 165 बार बातचीत हुई।
- 25 दिन में 112 बार सोनम ने कॉल किया, और बातचीत 1 से 3 घंटे तक चली।
- ये कॉल्स रात में होती थीं।
- नंबर ट्रूकॉलर पर संजय वर्मा के नाम से रजिस्टर्ड था।
- कॉलिंग राजा और सोनम की शादी से पहले हुई, लेकिन शादी के बाद नंबर बंद हो गया।
कौन है संजय वर्मा?
- असल में संजय वर्मा कोई और नहीं, बल्कि राज कुशवाहा ही है।
- उसने पहचान छुपाने के लिए संजय वर्मा के नाम से नंबर रजिस्टर्ड कराया था।
- यह नंबर इंदौर के संगम नगर स्थित राज कुशवाहा के पते से जुड़ा है।
- सोनम ने भी अपना नंबर ‘बिट्टू सोनम’ के नाम से ट्रूकॉलर पर सेव कर रखा था।
सगाई, शादी और फिर साजिश
- 11 मई को शादी,
- 23 मई को राजा की हत्या,
- 2 जून को शव मिला,
- और इन सबके बीच सोनम और राज (उर्फ संजय वर्मा) लगातार संपर्क में थे।
बातचीत किन टावरों से हुई?
- राजा बाग, शीतल नगर, नगर निगम रोड, और GP प्लाजा जैसे लोकेशनों से कॉलिंग रिकॉर्ड सामने आई है।
- इनमें से कुछ टावर सोनम के घर और पिता के ऑफिस के पास हैं।
पुलिस को पहले से थी जानकारी
हालांकि कॉल डिटेल की जानकारी बुधवार को सार्वजनिक हुई, लेकिन SIT पहले ही यह जान चुकी थी कि संजय वर्मा नाम का कोई अलग व्यक्ति नहीं है।
पुलिस को पहले से शक था कि यह नंबर राज कुशवाहा का ही है, और यही कारण है कि वह जांच में उससे पहले ही पूछताछ कर चुकी थी।
अब सवाल ये हैं…
- क्या शादी से पहले ही पूरी साजिश रची जा चुकी थी?
- क्या राज ने पहले से फर्जी नाम अपनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की?
- और क्या इस कॉल डिटेल से सोनम और राज के खिलाफ सबूत और पुख्ता हो जाएंगे?
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