साइकिल से द्वादश ज्योतिर्लिंगों की यात्रा पर निकले संजय गिरी महाराज

गाडरवारा, 5 मई। श्रद्धा, संकल्प और सेवा भावना का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले स्थित कुंदलगांव के राष्ट्र गौमाता गौशाला हनुमान मंदिर आश्रम से संजय गिरी महाराज साइकिल पर सवार होकर भगवान शंकर के द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन की पवित्र यात्रा पर निकले हैं।
गौरतलब है कि संजय गिरी महाराज अब तक लगभग तीन माह से यात्रा पर हैं और 6 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन पूर्ण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व वे दो बार बाइक से द्वादश ज्योतिर्लिंगों की यह यात्रा कर चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, साधना, और जन-जागरूकता के उद्देश्य से साइकिल यात्रा का संकल्प लिया है।
गर्मी की भीषण तपिश और लंबे मार्ग की कठिनाइयों के बावजूद महाराज अपनी भक्ति में लीन होकर आगे बढ़ रहे हैं। वे हर पड़ाव पर गौसेवा और मानव सेवा के संदेश को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। गाडरवारा में वे रिलायंस पेट्रोल पंप के समीप रुके, जहां स्थानीय भक्तों ने उन्हें ठहरने और भोजन की उत्तम व्यवस्था उपलब्ध कराई।
संजय गिरी महाराज ने बातचीत में कहा, “कलयुग में गौसेवा और मानव सेवा ही सच्ची भक्ति है। केवल मंदिर में दीप जलाने से नहीं, बल्कि पीड़ितों की सेवा और गौमाता की रक्षा से ही ईश्वर प्रसन्न होते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल दर्शन नहीं, बल्कि समाज में आध्यात्मिक जागृति, प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और साधना के महत्व को पुनर्स्थापित करना है।
महाराज प्रतिदिन सुबह भोर में प्रस्थान करते हैं और दोपहर तक अगली मंज़िल पर पहुंचने का प्रयास करते हैं। वे मार्ग में पड़ने वाले गांवों और नगरों में लोगों को धर्म, भक्ति और सेवा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उनकी सादगी, संयम और समर्पण को देख स्थानीय लोग भाव-विभोर हो जाते हैं।
गाडरवारा में उन्हें विदाई देते हुए एक श्रद्धालु ने कहा – “भोले का भगवान सुना था, आज संजय गिरी महाराज के रूप में देखा। इतनी गर्मी में भी वे जिस उत्साह और निस्वार्थ भक्ति से आगे बढ़ रहे हैं, वह हम सभी के लिए प्रेरणा है।”
अब संजय गिरी महाराज अपने अगले पड़ाव की ओर ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ प्रस्थान कर चुके हैं।