मंडीदीप: राजा भोज शासकीय महाविद्यालय में पर्ल ज्वेलरी निर्माण प्रशिक्षण, आत्मनिर्भरता की ओर कदम
प्रशिक्षण का उद्देश्य और नेतृत्व
मंडीदीप: राजा भोज शासकीय महाविद्यालय में पर्ल ज्वेलरी निर्माण प्रशिक्षण, आत्मनिर्भरता की ओर कदम
मंडीदीप, 18 नवंबर: राजा भोज शासकीय महाविद्यालय मंडीदीप में कैरियर मार्गदर्शन योजना के तहत अल्पावधि स्वरोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के अंतर्गत चार दिवसीय पर्ल ज्वेलरी निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और नेतृत्व
यह प्रशिक्षण महाविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट अधिकारी डॉ. संतोष भदौरिया की पहल पर आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने कौशल का विकास कर स्वावलंबन की दिशा में प्रेरित करना है। इससे वे न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगे, बल्कि अपने करियर में नई ऊंचाइयों को भी छू सकेंगे।”
इस प्रशिक्षण का संचालन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मुनेश्वर सिंह और डॉ. श्रीमती अनुपम शुक्ला के नेतृत्व में किया जा रहा है।
प्रशिक्षण और सहभागिता
इस कार्यक्रम में कला संगम की प्रशिक्षिका श्रीमती प्रीति लाल विद्यार्थियों को पर्ल ज्वेलरी निर्माण के कौशल सिखा रही हैं। छात्राओं को गहनों की डिज़ाइनिंग, निर्माण और बाजार में उनके विक्रय के गुर सिखाए जा रहे हैं। महाविद्यालय की पायल, महक, नीलू, प्रिया, नम्रता, शिवानी, कुंती, अनामिका, मुस्कान, और आशा जैसी छात्राओं ने इस प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया है।
आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं ने न केवल रचनात्मकता और कौशल विकास में रुचि दिखाई, बल्कि स्वरोजगार के अवसरों को समझने और अपनाने की प्रेरणा भी ली। कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया कि महाविद्यालय विद्यार्थियों को केवल शिक्षा प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें रोजगार के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन देने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
भविष्य की संभावनाएं
यह प्रशिक्षण विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने और अपनी उद्यमशीलता की क्षमता का विस्तार करने का अवसर प्रदान कर रहा है। महाविद्यालय का यह प्रयास छात्रों को स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में अग्रसर करेगा।
यह आयोजन न केवल एक शिक्षण प्रक्रिया है, बल्कि छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम भी बन रहा है। मंडीदीप का राजा भोज शासकीय महाविद्यालय इस पहल के जरिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की भावना को भी सशक्त कर रहा है।