लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते हुए पुलिस अधिकारी रंगे हाथों गिरफ्तार

रिपोर्टर रवि शिमले
बड़गोंदा इंदौर। लोकायुक्त संगठन द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए इंदौर लोकायुक्त इकाई ने बड़ी ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। लोकायुक्त पुलिस ने बडगोंदा थाने के कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक गोविंद सिंह गिरवार को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
क्या है मामला?
आवेदक अनिल बारिया निवासी ग्राम बसीपीपरी, तहसील महू, जिला इंदौर का कहना है कि 21 जनवरी 2025 को उसकी पत्नी रेखाबाई से पारिवारिक विवाद हुआ था, जिसकी शिकायत उसकी पत्नी ने पुलिस थाना बडगोंदा में दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच एएसआई गोविंद सिंह गिरवार द्वारा की जा रही थी।
जांच के दौरान आरोपी ने आवेदक को गवली पलासिया स्थित शराब की दुकान पर मिलने बुलाया और एफआईआर को कमजोर करने के एवज में ₹20,000 की रिश्वत की मांग की।
लोकायुक्त टीम ने किया ट्रैप
आवेदक ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय से की। शिकायत की सत्यता की जांच के बाद 25 फरवरी 2025 को लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप की योजना बनाई। जैसे ही आरोपी ने ₹10,000 की रिश्वत ली, टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
ट्रैप दल में शामिल अधिकारी
इस ट्रैप कार्रवाई में निरीक्षक राहुल गजभिये, कार्यवाहक निरीक्षक रेनू अग्रवाल, आरक्षक विजय कुमार, अनिल परमार, आशीष आर्य, पवन पटोरिया, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक आशीष गुर्जर, आरक्षक कमलेश तिवारी एवं चालक शेर सिंह शामिल थे।