कायस्थ समाज के देश के निर्माण में रहा योगदान

गाडरवारा। विगत दिनों नगर के साईं आशीष गार्डन में आराध्य देव चित्रगुप्त भगवान का प्रकटोत्सव आस्था और सामाजिक एकजुटता से मनाया गया। आयोजन में समाज के वरिष्ठ, युवा और मातृ शक्ति की भारी उपस्थिति रही। सर्वप्रथम श्रीदेव चित्रगुप्त के तैलचित्र पर पूजन-अर्चन, दीप प्रज्ज्वलन माल्यार्पण कर चित्रगुप्त चालीसा का सामूहिक वाचन किया गया। तदोपरान्त समाज के सभी जनों ने उदबोधन दिए। इस अवसर पर कुशलेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा समाज ने पूर्व में बड़े आयोजन किए हैं। आगे भी करेंगे। हम बुद्धिजीवी वर्ग से आते हैं, देश के निर्माण, विकास में कायस्थ समाज का योगदान रहा है। हर क्षेत्र मे समाज के लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। नगर में भी हमारे समाज का गौरवशाली अतीत रहा है, आज जरूरत पुनः संगठित होने की है। विनोद श्रीवास्तव ने कहानी के माध्यम से संगठन का महत्व बताते हुए समाज की एकजुटता पर बल दिया। सुरेश श्रीवास्तव ने समाज में व्याप्त बुराईयों के खिलाफ शंखनाद करने की अपील की। कार्यक्रम के संयोजक अरूण श्रीवास्तव ने आगामी दिनों की गतिविधियों की चर्चा करते हुए कहा कि नवीन कार्यकारणी का गठन कर सामाजिक गतिविधियों को पुनः गतिशील किया जाएगा। आशीष सक्सेना ने समाज की एकजुटता के लिए सभी से समाज हेतु समय देने की अपील करते हुए हर माह एक बैठक की बात कही। पूर्व अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव, सुरेश श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव उड़नी पिपरिया, राजकुमार श्रीवास्तव, बृजभूषण श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, कुलदीप, आशीष श्रीवास्तव सहित सभी ने अपने विचार व्यक्त किए। महिला वर्ग से कीर्ति श्रीवास्तव ने समाज के आयोजनों में महिलाओं के भी उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया। मनोरमा श्रीवास्तव ने कहा हम एकजुट होंगे तो इससे हमारी आगामी पीढ़ियों को ही लाभ होंगे। टीना खरे, रजनी श्रीवास्तव, संगीता श्रीवास्तव, साधना सक्सेना, दीक्षा कुलदीप श्रीवास्तव ने भी अपने विचार प्रकट किए। आयोजन के अंत में सभी ने एकजुट होकर चित्रगुप्त भगवान की आरती का गायन किया। अंत में प्रसाद वितरण एवं सामाजिक एकजुटता का संकल्प लेकर आयोजन संपन्न किया गया।
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