‘हमारे राम’ का मंचन 29 नवंबर को नए रवींद्र भवन में, रावण की भूमिका में दिखेंगे आशुतोष राणा
32 किलो के कॉस्ट्यूम में दिखेगा रावण का प्रभुत्व

‘हमारे राम’ का मंचन 29 नवंबर को नए रवींद्र भवन में, रावण की भूमिका में दिखेंगे आशुतोष राणा
भोपाल।
रामायण की गाथा को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता बहुचर्चित नाटक ‘हमारे राम’ 29 नवंबर को भोपाल के नए रवींद्र भवन में मंचित होगा। नाटक की विशेषता यह है कि यह रामायण के उन अनछुए प्रसंगों को दर्शाता है, जो तुलसीदास, वाल्मीकि और कंबन की रामायण में अलग-अलग रूपों में वर्णित हैं। प्रसिद्ध अभिनेता और साहित्यकार आशुतोष राणा इसमें रावण की भूमिका निभा रहे हैं।
रामायण का नया नजरिया
नाटक के बारे में बताते हुए आशुतोष राणा ने कहा, “‘हमारे राम’ न केवल एक नाटक है, बल्कि यह जीवन के नैतिक मूल्यों और रिश्तों की महत्ता को समकालीन संदर्भों में सामने लाता है। इसमें पति-पत्नी, भाइयों और मित्रों के संबंधों से लेकर शत्रुता तक के सभी पहलुओं को समकालीन तरीके से दिखाया गया है, ताकि आज की पीढ़ी इसे अपने जीवन से जोड़ सके।”
यह नाटक 300 से अधिक रामायणों के संस्करणों से प्रेरित है और इसमें वाल्मीकि, तुलसीदास और कंबन की रामायण के साथ-साथ कुछ कम सुने गए प्रसंगों को भी शामिल किया गया है।
रावण का किरदार क्यों चुना?
रावण के किरदार को लेकर अपने जुनून पर बात करते हुए आशुतोष राणा ने कहा, “मैं बचपन से रामलीला में रावण की भूमिका देखता आया हूं। रावण केवल एक खलनायक नहीं, बल्कि नेतृत्व और ऊर्जा का प्रतीक है। वह शिव का महान भक्त था और उसकी त्रुटियों के बावजूद, उसके व्यक्तित्व में गहराई थी। यही वजह है कि मैं हमेशा से इस किरदार को निभाना चाहता था।”
32 किलो के कॉस्ट्यूम में दिखेगा रावण का प्रभुत्व
रावण की भूमिका निभाने के लिए 32 किलो का भारी कॉस्ट्यूम पहनने पर आशुतोष ने कहा, “यह शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, लेकिन जब आप एक अभिनेता के रूप में किरदार में डूब जाते हैं, तो यह असुविधा पीछे छूट जाती है। दर्शकों तक किरदार का प्रभाव पहुंचाने के लिए यह प्रयास बेहद जरूरी है।”
टीमवर्क को मिला हाउसफुल का सम्मान
नाटक के हाउसफुल शोज और दर्शकों की प्रशंसा को लेकर उन्होंने कहा, “यह केवल मेरे या किसी एक कलाकार की सफलता नहीं है। पूरी टीम के प्रयास से यह संभव हो पाया है। हर व्यक्ति ने अपनी भूमिका को बखूबी निभाया है, तभी नाटक दर्शकों को बांधने में सफल रहा है।”
रामायण से गहरा लगाव
रामायण और श्रीराम की कथा से अपने गहरे जुड़ाव पर बात करते हुए आशुतोष राणा ने बताया कि उन्होंने ‘रामराज्य’ नामक पुस्तक भी लिखी है, जिसे साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा, “‘रामायण केवल एक कथा नहीं, बल्कि जीवन के लिए एक मार्गदर्शिका है। यह नाटक उसी दिशा में एक प्रयास है, ताकि इस महान कथा की प्रासंगिकता आज भी बनी रहे।”‘
प्रस्तुति की तैयारी में दो साल का समय
उन्होंने नाटक की स्क्रिप्ट के निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया कि इसे तैयार करने में दो से ढाई साल का समय लगा। इसके बाद किरदारों की तैयारी और नाटक के मंचन की योजना बनाई गई।
‘हमारे राम’ का मंचन 29 नवंबर को शाम 7 बजे नए रवींद्र भवन में होगा। इस नाटक को लेकर दर्शकों में उत्साह देखते हुए शो के हाउसफुल होने की संभावना है। रामायण के इस अनोखे प्रस्तुतीकरण के लिए दर्शकों को जल्द ही टिकट बुकिंग की सलाह दी गई है।