गूगल पर कोरियर कंपनी का नंबर सर्च करना पड़ा महंगा, ठगों ने बुजुर्ग दंपति का फोन किया हैक, 15 लाख रुपये उड़ाने की थी साजिश
समझदारी दिखाकर बचाई अपनी जीवनभर की कमाई, पुलिस को दी सूचना

इंदौर। साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इंदौर के एक बुजुर्ग दंपति को भी ठगों ने निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन उनकी सतर्कता के कारण ठगी होने से बच गई। ठगों ने उनके फोन को हैक कर लिया था और उनसे 1 रुपये भेजने का दबाव बना रहे थे। यह छोटी-सी ट्रांजैक्शन असल में एक बड़े साइबर फ्रॉड की शुरुआत थी, जिससे उनके बैंक खाते से 15 लाख रुपये निकाले जा सकते थे। लेकिन दंपति को समय रहते शक हो गया, और उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया।
कैसे हुआ ठगी का प्रयास?
पीड़ित बुजुर्ग दंपति को एक कोरियर कंपनी से पार्सल भेजना था। उन्होंने गूगल पर कोरियर कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया और उस पर कॉल किया। लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि यह नंबर असली नहीं, बल्कि साइबर ठगों द्वारा बनाया गया था। ठगों ने उनसे बातचीत के दौरान एक लिंक भेजा और उसे खोलने के लिए कहा।
जैसे ही बुजुर्ग व्यक्ति ने लिंक खोला, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया। इसके तुरंत बाद ठगों ने उन्हें 1 रुपये का ट्रांजैक्शन करने के लिए कहा। ठगों की योजना थी कि इस छोटे-से लेन-देन के जरिए वे उनके बैंक खाते की डिटेल्स और यूपीआई एक्सेस प्राप्त कर लें और फिर 15 लाख रुपये उड़ा लें।
कैसे बचा बुजुर्ग दंपति?
हालांकि, बुजुर्ग दंपति को इस प्रक्रिया पर संदेह हुआ। उन्होंने ठगों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार कर दिया और तुरंत पुलिस थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। उनकी समझदारी और सतर्कता ने एक बड़े साइबर फ्रॉड को होने से रोक लिया।
गूगल पर नंबर सर्च करना कितना खतरनाक?
यह घटना उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो किसी भी सर्विस का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च करके कॉल करते हैं। कई बार साइबर अपराधी नकली नंबर गूगल पर डालकर लोगों को फंसाते हैं और फिर उनकी बैंकिंग डिटेल्स हासिल कर लेते हैं।
साइबर पुलिस ने की अपील
इस घटना के बाद साइबर पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पुलिस ने बताया कि किसी भी सर्विस का हेल्पलाइन नंबर गूगल पर सर्च करने के बजाय संबंधित कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही देखना चाहिए।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें?
- गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से बचें।
- अनजान नंबरों पर कॉल करने से पहले उनकी पुष्टि करें।
- अगर कोई व्यक्ति लिंक भेजे तो उसे खोलने से पहले सोचें।
- फोन में किसी भी अज्ञात ऐप या लिंक को डाउनलोड न करें।
- अपनी बैंकिंग जानकारी किसी से साझा न करें।
- संदिग्ध लेन-देन या ठगी की कोशिश होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
सतर्कता ही सुरक्षा है!
बुजुर्ग दंपति की सतर्कता से उनकी जीवनभर की कमाई बच गई। यह घटना सभी के लिए एक सीख है कि साइबर ठगों से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहना जरूरी है। ठगी के नए-नए तरीकों को समझकर और सावधान रहकर ही हम अपने पैसे और निजी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं।