गिरती बारिश और भीषण सर्दी में दिखा सेवा का जज्बा: मुकेश बसेड़िया ने वितरित किए कंबल, वस्त्र और शिक्षण सामग्री
बनांचल क्षेत्रों में निराश्रितों की सेवा का अनूठा उदाहरण

गाडरवारा। नगर के वरिष्ठ समाजसेवी मुकेश बसेड़िया ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश की। भीषण सर्दी और गिरती बारिश के बीच, उन्होंने दुर्गम बनांचल क्षेत्रों कुक्लोर, गङ्गडोर और शनिमंदिर प्रांगण में पहुंचकर वृद्धजनों, महिलाओं और बच्चों की मदद की।
उन्होंने वृद्ध माताओं को कंबल और बड़ी साड़ियां, महिलाओं को साड़ियां तथा बच्चों को वस्त्र, पठन-लेखन सामग्री और स्कूल बैग प्रदान किए। उनका उद्देश्य न केवल इन जरूरतमंदों को राहत पहुंचाना था, बल्कि बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना भी था।
शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन
मुकेश बसेड़िया ने बच्चों को शिक्षण सामग्री और स्कूल बैग देकर उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “बच्चों को शिक्षा देना समाज की सबसे बड़ी सेवा है। यही बच्चे भविष्य में समाज को सशक्त बनाएंगे।”
दुर्गम पहाड़ियों तक सेवा
उल्लेखनीय है कि मुकेश बसेड़िया वर्षों से दुर्गम पहाड़ियों पर रहने वाले निराश्रित और असहाय लोगों की सेवा कर रहे हैं। वे इन जरूरतमंदों को पुत्रवत सेवा प्रदान करते हैं और उनकी हर संभव मदद करते हैं।
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मुकेश बसेड़िया का यह प्रयास समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका मानना है कि मानव सेवा ही सच्ची सेवा है। उनके इस कार्य को नगरवासियों ने सराहा और उन्हें धन्यवाद दिया।
“सेवा से बढ़कर कुछ नहीं”
मुकेश बसेड़िया ने अपने संदेश में कहा, “गिरती बारिश और सर्दी के बीच जरूरतमंदों तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं उनकी मदद कर सका। सेवा से बढ़कर जीवन में कुछ भी नहीं।”
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उनके इस कार्य से समाज में सेवा भावना और जागरूकता का संचार हुआ है।