गाडरवारा का शातिर ठग: फर्जी आर्मी डॉक्टर बनकर युवती को शादी के जाल में फंसाया की लाखों की ठगी
नर्सिंग कर्मी बना आर्मी डॉक्टर, शादी का झांसा देकर युवती से साढ़े तीन लाख की ठगी

जबलपुर। ऑनलाइन रिश्तों के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जबलपुर में एक नर्सिंग कर्मी ने मेट्रोमोनियल साइट पर खुद को आर्मी डॉक्टर बताकर युवती को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। शादी का झांसा देकर आरोपी ने युवती से अलग-अलग बहाने बनाकर साढ़े तीन लाख रुपये ठग लिए। जब युवती को संदेह हुआ और उसने सच्चाई जानने की कोशिश की, तो खुलासा हुआ कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
फर्जी प्रोफाइल बनाकर दिया वारदात को अंजाम
हनुमानताल थाना पुलिस के मुताबिक, आरोपी हरिशंकर कौरव नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा का रहने वाला है और जबलपुर के राइट टाउन स्थित अनंत अस्पताल में नर्सिंग कर्मी के रूप में कार्यरत है। शादी के लिए उसने मेट्रोमोनियल साइट “जीवनसाथी डॉट कॉम” पर एक फर्जी प्रोफाइल बनाई। इस प्रोफाइल में उसने अपना नाम हरिशंकर विश्वकर्मा बताया और खुद को जबलपुर स्थित सेना के अस्पताल में लेफ्टिनेंट डॉक्टर के रूप में कार्यरत बताया।
मेट्रोमोनियल साइट पर उसकी प्रोफाइल 29 वर्षीय युवती को पसंद आई और उसने संपर्क किया। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत होने लगी, जो सोशल मीडिया और फोन कॉल तक बढ़ गई। युवती को शादी का भरोसा दिलाने के लिए आरोपी ने खुद को अविवाहित बताया और अपनी झूठी पहचान को पुख्ता करने के लिए नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड और आर्मी अस्पताल में पदस्थ होने का फर्जी नियुक्ति पत्र भी तैयार कर लिया।
शादी का झांसा देकर लाखों की ठगी
जब युवती और उसके परिवार को विश्वास हो गया कि वह सेना का डॉक्टर है, तो उन्होंने शादी के लिए हामी भर दी। इस बीच आरोपी ने अलग-अलग बहाने बनाकर युवती से पैसे ऐंठना शुरू कर दिया।
- पहले उसने छोटी-छोटी रकम मांगी और धीरे-धीरे 50 हजार रुपये ले लिए।
- फिर 26 फरवरी को आरोपी ने युवती को फोन किया और बताया कि वह प्रयागराज से लौटते समय एक्सीडेंट का शिकार हो गया है। उसने कहा कि वह सतना के अस्पताल में भर्ती है और डॉक्टरों ने उसे भोपाल एम्स रेफर कर दिया है।
- आरोपी ने इलाज के लिए तत्काल ढाई लाख रुपये मांगे। युवती ने बिना शक किए रुपये भेज दिए।
युवती को हुआ शक, पहुंची अस्पताल और खुली पोल
पैसे भेजने के बाद युवती ने कई बार आरोपी को फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा। इससे उसे संदेह हुआ। जांच करने के लिए वह जबलपुर स्थित अनंत अस्पताल पहुंची, जहां हरिशंकर काम करता था।
जब युवती ने अस्पताल के कर्मचारियों से उसके बारे में पूछा, तो पता चला कि वह कोई डॉक्टर नहीं बल्कि नर्सिंग कर्मी है और पहले से शादीशुदा है। उसका चार साल का बेटा भी है।
इसके बाद युवती ने आरोपी का मोबाइल चेक किया, जिसमें उसकी पत्नी और बच्चे की तस्वीरें मिलीं। धोखाधड़ी का पता चलते ही उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
गिरफ्तारी और पुलिस जांच
हनुमानताल थाना प्रभारी धीरज राज ने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी हरिशंकर कौरव को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है, जिसकी जांच जारी है।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या उसने मेट्रोमोनियल साइट के माध्यम से अन्य लड़कियों के साथ भी ऐसी धोखाधड़ी की है। आरोपी के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और बैंक खाते की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि उसने कितने लोगों को ठगा है।
निष्कर्ष
यह मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी और जालसाजी का गंभीर उदाहरण है। आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए झूठे दस्तावेज तैयार किए, नाम बदला और फर्जी पहचान बनाकर युवती को शादी का झांसा दिया। समय रहते युवती को शक हुआ और उसने सच्चाई की जांच की, जिससे आरोपी पकड़ में आ गया।
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।