फर्जी पत्रकार गैंग का पर्दाफाश, ब्लैकमेलिंग कर शिक्षक को किया प्रताड़ित

सिवनी, 29 मार्च 2025: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली करने वाले एक फर्जी गैंग का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह के खिलाफ थाना प्रभारी लखनादौन को शिकायत दर्ज कराई गई है। आरोप है कि इस गैंग के सदस्यों ने सीएम हेल्पलाइन 181 और सूचना के अधिकार (RTI) का दुरुपयोग कर शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को प्रताड़ित किया।
ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए शिक्षक की मौत
मृतक मोहनलाल साहू, जो शासकीय हाई स्कूल करनपुर में प्रभारी प्राचार्य के रूप में कार्यरत थे, इस फर्जी गैंग के लगातार उत्पीड़न का शिकार हुए। परिजनों के अनुसार, फर्जी पत्रकार नेहा नंदोरे और उसके साथियों ने उनके खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज करवाईं, जिससे वे मानसिक तनाव में आ गए।
परिजनों का आरोप है कि 11 दिसंबर 2024 को सीएम हेल्पलाइन 181 में मोहनलाल साहू के खिलाफ झूठी शिकायत की गई थी, जिसके बाद वे लगातार मानसिक तनाव झेल रहे थे। 26 जनवरी 2025 को हृदयाघात के बाद उन्हें जबलपुर रेफर किया गया, जहां ऑपरेशन के बाद वे घर लौटे। लेकिन 27 मार्च 2025 को दोबारा दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
शिकायतकर्ता ने क्या कहा?
संस्कृति और समृद्धि साहू ने थाना प्रभारी लखनादौन को दी गई शिकायत में बताया कि फर्जी पत्रकार नेहा नंदोरे, महेंद्र अग्रवाल, अजय स्थापक, सौरभ नागोत्रा, नीरज डेहरिया और महेंद्र डेहरिया ने मिलकर शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल किया और अवैध वसूली की।
गैंग का नेटवर्क और काले कारनामे
शिकायत के अनुसार, यह गैंग पूरे सिवनी जिले में सक्रिय है और सरकारी कार्यालयों, गेहूं-धान खरीदी केंद्रों और शिक्षा विभाग में अवैध वसूली कर रहा है। गैंग के सदस्य अधिकारियों के पास जाकर खुद को पत्रकारों के संगठन का पदाधिकारी बताते हैं और जबरन वसूली करते हैं।
मुख्य आरोप:
- सीएम हेल्पलाइन 181 और RTI के जरिए फर्जी शिकायतें करना।
- शासकीय सेवकों और शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना।
- शिकायत वापस लेने के लिए मोटी रकम वसूलना।
परिवार की मांग: कठोर कार्रवाई हो
मृतक के परिवार ने इन फर्जी पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन और अन्य संगठनों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर इस गिरोह के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।