बस यूनियन अध्यक्ष पर लगा झूठी शिकायत और मारपीट का आरोप, जनसुनवाई में कलेक्टर से की शिकायत

रिपोर्टर शैलेंद्र गुप्ता
बैतूल। बस यूनियन अध्यक्ष विकास आर्य (मोनू) पर झूठी शिकायत और मारपीट करने का आरोप लगा है। मामला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा, जहां पीड़ितों ने आरोप लगाया कि विकास आर्य ने अपने पद का दुरुपयोग कर उन्हें गुंडा और अपराधी साबित करने की कोशिश की। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उनके नाम पर आज तक किसी भी न्यायालय या थाने में कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है, बावजूद इसके झूठी शिकायत देकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यदि उनके खिलाफ कोई सच्चा मामला होता, तो यूनियन के अन्य प्रतिनिधि भी विकास आर्य के साथ आवेदन देने आते, लेकिन उन्होंने अकेले ही आवेदन दिया, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठते हैं।
मामला तब और गंभीर हो गया जब 13 मार्च 2025 की रात करीब 11 बजे विकास आर्य, रजनीश आर्य और उनके एजेंट्स पर एक यात्री बस गुरुसाहब बस को सड़क पर रोकने, स्टाफ से मारपीट करने और गाली-गलौच करने का आरोप लगा। इस घटना के बाद बस मालिक ने थाने में एफआईआर दर्ज करवाई और कलेक्टर को भी इसकी जानकारी दी।
शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर से मांग की है कि यदि वे सच में अपराधी हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए, लेकिन अगर विकास आर्य और उनके साथी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग भी की गई है।
पीड़ित पक्ष ने कहा कि झूठी शिकायतों के कारण वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाते हुए उन्होंने कहा कि दोषियों पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।