ब्रेकिंग न्यूज: पूर्व BJP विधायक के बेटे ने खाया जहर, सुसाइड नोट में लिखा कभी शादी मत करना और ‘बेटी पढ़ाने’ को लेकर भी लिखा
पत्नी पर प्रताड़ना के आरोप, अस्पताल में भर्ती, पुलिस जांच में जुटी

देवास: मध्य प्रदेश के देवास में भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र वर्मा के बेटे प्रमोद वर्मा ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति अब स्थिर बनी हुई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
घटना के बाद पुलिस को प्रमोद का चार पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, सास और साले पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि पत्नी उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
15 साल से चल रहा था विवाद, पत्नी ने दो बार दर्ज कराई थी शिकायत
पूर्व विधायक सुरेंद्र वर्मा के अनुसार, उनके बेटे प्रमोद की शादी 2009 में हुई थी। शादी के एक साल बाद से ही पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया था। इस दौरान प्रमोद की पत्नी ने दो बार महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मामला कोर्ट तक पहुंच गया था, लेकिन समाज के लोगों ने मध्यस्थता कर दोनों के बीच समझौता करा दिया था।
समझौते के बाद भी प्रमोद की पत्नी उन पर इंदौर में रहने का दबाव बना रही थी, लेकिन प्रमोद इसके लिए तैयार नहीं थे। विवाद को बढ़ता देख पूर्व विधायक ने मृदुल विहार में एक मकान खरीदकर दिया, ताकि दोनों वहां साथ रह सकें, लेकिन झगड़े खत्म नहीं हुए।
झगड़े के बाद खाया जहर, अस्पताल में भर्ती
परिवार के अनुसार, शुक्रवार रात को भी प्रमोद और उनकी पत्नी के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद गुस्से और तनाव में आकर प्रमोद ने कीटनाशक खा लिया।
जब परिवार को इसकी जानकारी मिली, तो तुरंत उन्हें देवास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत अब स्थिर है, लेकिन अभी खतरा टला नहीं है।
सुसाइड नोट में लिखा- “कभी शादी मत करना, बेटी बचाना-पढ़ाना बंद करो”
प्रमोद के सुसाइड नोट में बहुत ही चौंकाने वाली बातें लिखी गई हैं। उन्होंने अपनी पत्नी, सास और साले को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया और लिखा,
“मैं मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित हो चुका हूं। अब जीने का कोई कारण नहीं बचा है। मेरी पत्नी, सास और साले मुझे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। मैं एक अच्छा बेटा, भाई और पिता नहीं बन सका। मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफ कर देना। कभी शादी मत करना, यह जरूरी नहीं है।”
सबसे ज्यादा विवादित बात सुसाइड नोट के अंत में लिखी गई, जिसमें प्रमोद ने सरकार की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना पर सवाल उठाते हुए लिखा:
“बेटी बचाना और पढ़ाना बंद करो। यही कारण है कि कई घरों के चिराग बुझ गए हैं।”
परिवार सदमे में, पुलिस कर रही जांच
इस घटना के बाद परिवार पूरी तरह सदमे में है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रमोद की पत्नी और उसके परिवार से भी पूछताछ की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि प्रमोद का बयान उनकी स्थिति में सुधार होने के बाद दर्ज किया जाएगा। अगर सुसाइड नोट में लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं, तो उनकी पत्नी, सास और सालों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और देखना होगा कि प्रमोद के बयान और सबूतों के आधार पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।