भोपाल एम्स HMPV के बढ़ते मामलों से निपटने को तैयार, आइसोलेशन और वेंटिलेटर बेड उपलब्ध

भोपाल: देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में बढ़ोतरी के बीच भोपाल एम्स ने तैयारी तेज कर दी है। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वायरस के बढ़ते खतरे पर स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। इसके बाद भोपाल एम्स ने तुरंत एक्टिव मोड में आकर विशेष इंतजाम किए हैं।
तैयारियों की स्थिति
भोपाल एम्स ने वायरस से निपटने के लिए 20 आइसोलेशन बेड और वेंटिलेटरयुक्त बेड की व्यवस्था की है। RT-PCR टेस्टिंग के लिए भी सुविधा शुरू की गई है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।
क्या है HMPV वायरस?
HMPV एक श्वसन संबंधी वायरस है, जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं:
- नाक बहना
- गले में खराश
- खांसी
- सिरदर्द
- बुखार
- ठंड लगना
अभी इस वायरस की कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, जिससे इसके प्रभाव को कम करने के लिए सावधानियां अपनाना ही सबसे प्रभावी तरीका है।
सावधानियां
1. नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं।
2. भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
3. खांसी या छींक आने पर टिशू का इस्तेमाल करें और तुरंत उसे डिस्पोज करें।
4. उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को साफ रखें।
वायरस के मामले
अब तक देश में HMPV के 11 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग इन मामलों पर नजर बनाए हुए है और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
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भोपाल एम्स के विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि वह घबराने की बजाय सतर्क रहें और संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करें।