भौरा में श्री श्याम संकीर्तन द्वितीय फाग महोत्सव सम्पन्न, भजनों में भावविभोर हुए श्रद्धालु

संवाददाता सुनील राठौर भौरा
भौरा। नगर के आज़ाद वार्ड में मंगलवार रात्रि को भव्य श्री श्याम संकीर्तन द्वितीय फाग महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालु भक्तिरस में सराबोर हो गए। श्याम परिवार भौरा के तत्वावधान में हुए इस संकीर्तन महोत्सव में देर रात तक भजन संध्या का आयोजन हुआ, जहां प्रसिद्ध भजन गायकों ने अपने मधुर और भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
इस आध्यात्मिक संध्या में ब्यावरा से पूजा प्रजापति, अमरावती से सलोनी पेठे, केसला से गुलाब बारसे और भोपाल से राजवीर सोनगरा ने अपने सुमधुर भजनों से भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजन संध्या में जब “ओ खाटू वाले मेरा परिवार तेरे हवाले” गूंजा, तो श्रद्धालु भाव-विभोर होकर बाबा श्याम की भक्ति में लीन हो गए। वहीं, “हारा हूं बाबा पर तुझ पर भरोसा है” और “जीमो म्हारा श्याम धनी जिमाबे बेटी जाट की” जैसे भक्तिमय गीतों पर श्रद्धालुओं ने तालियां बजाकर उत्साह व्यक्त किया।
अद्भुत श्रृंगार और भव्य आयोजन
महोत्सव के दौरान पूरे पंडाल को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। बाबा श्याम के दरबार को आकर्षक पुष्पों से अलंकृत किया गया और ज्योत प्रज्ज्वलित की गई, जिसके दर्शन कर श्रद्धालु धन्य महसूस कर रहे थे। पूरे पंडाल में इत्र एवं पुष्प वर्षा से माहौल और भी भक्तिमय हो गया। श्याम प्रेमियों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर श्याम फाग महोत्सव की शुभकामनाएं दीं।
भजन संध्या के दौरान जब “एक तुम ही हो जो निभा रहे हो, कदम-कदम पर बचा रहे हो” भजन प्रस्तुत किया गया, तो श्रद्धालु बाबा श्याम की महिमा में मंत्रमुग्ध हो गए। हजारों की संख्या में उमड़े भक्तों ने भजनों के साथ गुनगुनाते हुए बाबा श्याम के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की।
आस्था और श्रद्धा का संगम
इस दिव्य आयोजन में श्रद्धालु न केवल भजनों का आनंद लेते रहे बल्कि भक्ति की गहराइयों में डूबते चले गए। बाबा श्याम के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास का यह नज़ारा भावनाओं से परिपूर्ण था। संकीर्तन के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया, जिससे श्रद्धालु संतुष्ट और कृतार्थ महसूस कर रहे थे।
श्याम परिवार भौरा के सदस्यों ने बताया कि भक्तों की अपार श्रद्धा और बाबा श्याम की कृपा से यह संकीर्तन महोत्सव अत्यंत सफल रहा। भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन किए जाएंगे, जिससे भक्ति और आस्था का संदेश दूर-दूर तक पहुंचे।
भक्ति और उल्लास का अनुपम संगम
भौरा का यह भव्य श्याम संकीर्तन द्वितीय फाग महोत्सव न केवल धार्मिक आयोजन रहा, बल्कि आस्था, प्रेम और भक्ति का अद्भुत संगम भी बना। बाबा श्याम की महिमा का गुणगान करते हुए श्रद्धालु इस अनुभव को अपने हृदय में संजोए हुए विदा हुए।