बैतूल में दिल दहला देने वाली हत्या: प्रतिशोध में युवक को पीट-पीटकर मार डाला, फिर शव को जलाया
चार महीने की गहन जांच के बाद डीएनए रिपोर्ट से हुई मृतक की पहचान, छह आरोपी गिरफ्तार

संवाददाता शैलेंद्र गुप्ता शाहपुर
बैतूल, मध्यप्रदेश – जिले में 4 महीने पहले अर्जुनगोंदी जंगल में मिली जली हुई खोपड़ी और हड्डियों के अवशेष के रहस्य से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। डीएनए जांच के बाद मृतक की पहचान रिंकेश चौहान, निवासी कुंडबकाजन के रूप में हुई है। पुलिस ने इस जघन्य हत्या के मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
कैसे हुआ खुलासा?
10 दिसंबर 2024 को वन विभाग ने थाना शाहपुर पुलिस को सूचना दी थी कि अर्जुनगोंदी जंगल में जठान देव मंदिर के पास एक जली हुई मानव खोपड़ी पड़ी हुई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके को सुरक्षित किया और जांच शुरू की।
हत्या की पृष्ठभूमि:
- बदले की वारदात: पहले मृतक और उसके साथियों ने एक आरोपी को बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा था, जिसके बाद आरोपी बदला लेने की फिराक में था।
- प्लानिंग और अपहरण: आरोपी ने जानकारी जुटाई कि रिंकेश पेशी के लिए बैतूल आया हुआ है और एक दोस्त के घर ठहरा हुआ है।
- नृशंस हत्या: आरोपी और उसके साथियों ने रिंकेश को अगवा कर जंगल में ले जाकर बर्बर तरीके से पीटा और उसकी हत्या कर दी।
- सबूत मिटाने की कोशिश: हत्या के बाद शव को टायरों के नीचे रखकर डीजल डालकर आग लगा दी ताकि पहचान न हो सके।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां:
- जांच के दौरान मौके से बरामद कड़े और अन्य सबूतों के आधार पर संदिग्धों की पहचान हुई।
- डीएनए रिपोर्ट और गुमशुदगी की रिपोर्ट से मृतक की पुष्टि हुई।
- पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
न्याय की ओर कदम:
इस सनसनीखेज हत्या ने जिले में सनसनी फैला दी थी। पुलिस की सख्त जांच और वैज्ञानिक तरीकों से की गई पड़ताल के चलते आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली। अब सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की सतर्कता और डीएनए जांच की मदद से इस जघन्य हत्या का खुलासा हुआ, जिससे न्याय की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया है।