साईखेड़ा में भारी वाहनों की आवाजाही बनी मुसीबत, नगर परिषद ने परिवहन मंत्री को लिखा पत्र

साईखेड़ा, नरसिंहपुर: नगर परिषद साईखेड़ा की अध्यक्ष श्रीमती स्वाती अग्रवाल ने प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह को पत्र लिखकर साईखेड़ा स्टेट हाईवे 44 पर भारी वाहनों की आवाजाही को रोकने की मांग की है। नगर परिषद का कहना है कि नगर की मुख्य सड़क से लगातार एनटीपीसी के भारी ट्रक और रेत के बड़े-बड़े वाहन गुजर रहे हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानी हो रही है।
नगरवासियों को हो रही परेशानी
नगर परिषद के अनुसार, पहले ककरा घाट होते हुए तेंदूखेड़ा की ओर जाने वाले भारी वाहन उसी मार्ग से जाते थे, लेकिन अब यह सभी वाहन साईखेड़ा स्टेट हाईवे 44 से होकर गुजरने लगे हैं। यह मार्ग नगर परिषद क्षेत्र के बीचों-बीच स्थित है, जहां घनी आबादी होने के कारण यातायात का दबाव पहले से ही अधिक रहता है।
करीब तीन से चार किलोमीटर तक यह हाईवे बाजार क्षेत्र से होकर गुजरता है, जहां कई प्रमुख सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान स्थित हैं। इस मार्ग पर स्कूल, बैंक, नगर परिषद कार्यालय, पुलिस थाना समेत कई महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, जहां दिनभर लोगों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में भारी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही से ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है।
24 घंटे चलते रहते हैं भारी वाहन
नगर परिषद ने यह भी बताया कि एनटीपीसी के भारी ट्रक और रेत के ट्रक 24 घंटे इस मार्ग से गुजरते रहते हैं, जिससे दिन-रात सड़क पर अत्यधिक भीड़ बनी रहती है। विशेष रूप से सुबह और दोपहर के समय, जब स्कूली बच्चे सड़क पार करते हैं या लोग अपने कार्यस्थलों पर जा रहे होते हैं, तब दुर्घटना की संभावना और भी अधिक बढ़ जाती है।
नगरवासियों की शिकायत है कि भारी वाहनों की वजह से सड़क पर जगह-जगह गड्ढे भी बन रहे हैं, जिससे छोटे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को भी कठिनाई हो रही है।
अन्य मार्ग से वाहनों को निकालने की मांग
नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती स्वाती अग्रवाल ने मांग की है कि एनटीपीसी के भारी वाहनों और रेत के ट्रकों को किसी अन्य हाईवे से निकाला जाए, ताकि नगर क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव कम हो और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
इस संबंध में नगर परिषद ने नरसिंहपुर कलेक्टर और राजस्व विभाग गाडरवारा को भी पत्र की प्रतिलिपि भेजकर समस्या से अवगत कराया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस समस्या पर क्या कार्रवाई करता है और नगरवासियों को राहत मिलती है या नहीं।