
रुड़की। ‘जादुई लोटे’ के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि सरगना फरार बताया जा रहा है। आरोपियों के पास से कई फर्जी आधार कार्ड, मोबाइल फोन और एक रहस्यमयी लोटा बरामद हुआ है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
रात में खड़ी बाइक से हुआ शक, खुली पोल
गुरुवार देर रात रुड़की पुलिस के एएसपी कुश मिश्रा गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने दो युवकों को संदिग्ध स्थिति में बाइक के पास खड़ा देखा। जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। शक होने पर पुलिस ने उनकी तलाशी ली और छह आधार कार्ड, चार मोबाइल और एक टेप से लिपटा लोटा बरामद किया।
फर्जी पहचान और ‘जादुई लोटे’ का खेल
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों के पास मौजूद आधार कार्ड में अलग-अलग नाम थे। असल में पकड़े गए युवक मुकिम (निवासी इकबालपुर, झबरेड़ा) और शोएब (निवासी किशनपुर, भगवानपुर) थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे इंटरनेट और सोशल मीडिया पर ‘जादुई लोटे’ के वीडियो डालते थे और दावा करते थे कि यह धन-संपत्ति को आकर्षित करता है।
कैसे फंसाते थे लोगों को?
आरोपी एक फर्जी वीडियो बनाते थे, जिसमें लोटे की ओर एक चावल का दाना खिंचता नजर आता था। इस वीडियो को देखकर लोग विश्वास कर लेते थे कि यह लोटा वाकई में चमत्कारी है और इसे खरीदने को तैयार हो जाते थे। जब कोई व्यक्ति लोटा खरीदने के लिए संपर्क करता, तो ये आरोपी उसे ठग लेते थे।
गिरोह का सरगना फरार
गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि उनका सरगना ही इस ठगी का मास्टरमाइंड है, लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही वह घर पर ताला लगाकर फरार हो गया। पुलिस अब उसकी तलाश में जुटी हुई है।
केवल 5वीं पास हैं आरोपी, लेकिन ठगी में माहिर
हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी केवल कक्षा पांच तक पढ़े हैं, लेकिन ठगी के इस खेल में माहिर हो चुके थे। वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर लोगों को लुभाने और ठगने का तरीका बखूबी जानते थे।
पुलिस की चेतावनी: ऐसे अंधविश्वास से बचें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस तरह के झूठे दावों और अंधविश्वास में न फंसे। कोई भी वस्तु या लोटा आपके घर में धन नहीं खींच सकता। यदि कोई व्यक्ति इस तरह की ठगी का शिकार हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।