स्वस्तिक हॉस्पिटल में जातिसूचक टिप्पणी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज, डॉक्टर समेत तीन पर एफआईआर

रिपोर्टर शेख आरिफ कुरैशी
नर्मदापुरम: शहर के स्वस्तिक हॉस्पिटल में एक महिला कर्मचारी द्वारा डॉक्टर सुष्मित श्रीवास्तव और दो अन्य कर्मचारियों मयंक रघुवंशी (मैनेजर) व राजकुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। महिला ने डॉक्टर पर जातिसूचक शब्द कहने, जबकि मैनेजर और एक अन्य कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता के अनुसार, डॉक्टर सुष्मित श्रीवास्तव एससी/एसटी समुदाय के कर्मचारियों को बार-बार अपमानित करती थीं और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करती थीं। जब महिला ने विरोध किया तो डॉक्टर का कहना था कि “तुम नीच जाति के लोग ऐसे ही होते हो।”
घटना 12 फरवरी 2025 की बताई जा रही है। महिला ने बताया कि उसकी ड्यूटी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक थी और इसी दिन दोपहर 2 बजे अस्पताल में स्टाफ मीटिंग रखी गई थी। दोपहर 1 बजे उसे राजकुमार शर्मा ने फोन कर बेसमेंट में बुलाया। जब वह नीचे पहुंची, तो वहां केवल राजकुमार शर्मा था।
छेड़छाड़ का आरोप
महिला के अनुसार, राजकुमार शर्मा ने उसे बैठने को कहा और फिर उसके पास आकर बैठ गया। उसने गंदी नीयत से उसकी कमर पर हाथ लगाने की कोशिश की, लेकिन महिला ने तुरंत विरोध कर वहां से बाहर निकल गई।
इसके अलावा, महिला ने अस्पताल के मैनेजर मयंक रघुवंशी पर भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उसने बताया कि जब भी उसकी रात्रिकालीन ड्यूटी होती थी, तब मैनेजर उस पर बुरी नीयत रखता और छेड़छाड़ करने की कोशिश करता था।
डॉक्टर पर गाली देने का आरोप
पीड़िता ने जब यह शिकायत डॉक्टर सुष्मित श्रीवास्तव से की, तो उन्होंने उल्टा उसे ही गंदी गालियां दीं और अपमानित किया। डॉक्टर ने कथित रूप से फिर से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और महिला को बेइज्जत किया।
एफआईआर दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
घटना की जानकारी पीड़िता ने अपने पति को दी, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वह तत्काल रिपोर्ट दर्ज नहीं करा सकी। बाद में उसने पुलिस से शिकायत की और अजाक थाने में डॉक्टर सुष्मित श्रीवास्तव, मैनेजर मयंक रघुवंशी और राजकुमार शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले भी हॉस्पिटल के एक नर्सिंग स्टाफ ने अजाक थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।