भाजपा में मचा हड़कंप! झूठी उम्र बताकर बने मंडल अध्यक्ष, 100 शिकायतों के बाद 18 जगहों पर चुनाव रद्द
मध्य प्रदेश भाजपा संगठन चुनाव में घोटाला, सिवनी जिले में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा, पार्टी ने सख्त कार्रवाई की

भोपाल | मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन चुनाव के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मंडल अध्यक्ष बनने के लिए कई कार्यकर्ताओं ने अपनी उम्र गलत बताकर पद हासिल कर लिया। जब इस गड़बड़ी की शिकायतें चुनाव समिति तक पहुंचीं, तो जांच में सामने आया कि 18 मंडलों में उम्र संबंधी धोखाधड़ी की गई थी। इसके बाद पार्टी ने इन सभी जगहों के चुनाव रद्द कर दिए।
कैसे सामने आया फर्जीवाड़ा?
भाजपा ने मंडल अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष तय की थी। पार्टी की चुनाव समिति को मिली 100 से अधिक शिकायतों में कहा गया कि कुछ पदाधिकारियों ने खुद को युवा दिखाने के लिए उम्र में हेरफेर किया। जांच में पाया गया कि कम से कम 18 मंडल अध्यक्षों ने गलत जानकारी देकर पद हासिल किया। जब यह खुलासा हुआ, तो भाजपा को बड़ी कार्रवाई करनी पड़ी और इन सभी 18 मंडलों में चुनाव रद्द कर दिए गए।
किन जिलों में हुई गड़बड़ी?
भाजपा चुनाव समिति ने जिन 18 मंडलों में चुनाव रद्द किए, उनमें सबसे ज्यादा मामले सिवनी जिले से आए हैं। इसके अलावा टीकमगढ़, सिंगरौली, श्योपुर, बड़वानी, खरगोन, पन्ना, छतरपुर, राजगढ़ और धार में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है।
चुनाव निरस्त किए गए मंडल अध्यक्षों के नाम:
- सिवनी जिले से:
- उत्तर सिवनी मंडल – अंशुल चौरसिया
- बंडोल मंडल – पुरुषोत्तम बघेल
- बीजादेवरी मंडल – मोहन डेहरिया
- सुकतरा मंडल – गीता सानोडिया
- कुरई मंडल – शुभम अग्रवाल
- अन्य जिलों से:
- लिधौरा, टीकमगढ़ – राजेश गौतम
- निवास, सिंगरौली – रामेश्वर साहू
- पंडोला, श्योपुर – विक्की वैष्णव
- अंजड़, बड़वानी – गौरव जोशी
- चाचरिया, बड़वानी – गणेश मालवीय
- पानसेमल, बड़वानी – जयप्रकाश पाटिल
- गोगावा, खरगोन – अजय राठौर
- गुन्नौर, पन्ना – इंद्रपाल पटेल
- गौरिहार, छतरपुर – रवि किरण पाल
- तलेन, राजगढ़ – विजय सिंह रुहेला
- बोड़ा, राजगढ़ – सरजन सिंह राजपूत
- गुलाबता, राजगढ़ – मनोज परमार
- सादलपुर, धार – अर्चना दीपक राठौड़
भाजपा ने क्यों बनाई थी अधिकतम उम्र सीमा?
भाजपा नेतृत्व ने इस बार संगठन चुनाव में सख्त नियम लागू किए थे। पार्टी ने मंडल अध्यक्ष बनने के लिए अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष तय की थी ताकि संगठन में युवा नेतृत्व को बढ़ावा मिल सके। साथ ही, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल कार्यकर्ताओं को भी पद से दूर रखने का निर्देश दिया गया था।
लेकिन अब सामने आ रहा है कि कुछ लोगों ने नियमों को तोड़कर चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बन गए। जब इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ, तो भाजपा ने कड़ा एक्शन लिया और चुनाव रद्द कर दिए।
भाजपा में बढ़ा तनाव, आगे भी होगी जांच
इतनी बड़ी संख्या में चुनाव रद्द होने के बाद भाजपा के अंदर हड़कंप मच गया है। पार्टी नेतृत्व ने संकेत दिए हैं कि आगे भी जांच जारी रहेगी और अगर अन्य मंडलों में भी इसी तरह की गड़बड़ी पाई गई, तो और भी चुनाव रद्द किए जा सकते हैं।
क्या होगा आगे?
भाजपा नेतृत्व अब इस पूरे मामले को गंभीरता से जांच रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जिन मंडलों में चुनाव रद्द हुए हैं, वहां दोबारा चुनाव कराए जाएंगे। साथ ही, इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि भविष्य में इस तरह की गड़बड़ी दोबारा न हो।