श्री हनुमान जन्मोत्सव: 16 वर्षों से सनातन एकता का प्रतीक बनी युवादल की शोभायात्रा
महाकुंभ की तर्ज पर निकलेगी भव्य यात्रा, अद्भुत झांकियां होंगी आकर्षण का केंद्र

गाडरवारा | 10 अप्रैल 2025 नगर में भारतीय युवादल द्वारा आयोजित हनुमान प्रकटोत्सव की शोभायात्रा इस वर्ष भी भव्य स्वरूप में निकाली जाएगी। पिछले 16 वर्षों से लगातार यह यात्रा सनातन संस्कृति को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है। इस बार यात्रा को प्रयागराज में 144 वर्षों बाद आयोजित महाकुंभ की तर्ज पर थीम आधारित बनाया गया है, जिससे धार्मिक आस्था और जनजागृति का अद्भुत संगम दिखाई देगा।
12 अप्रैल को निकलेगी भव्य शोभायात्रा
हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शनिवार, 12 अप्रैल को सुबह 9 बजे खप्पर वाले हनुमान मंदिर से वाहन रैली के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके बाद शाम 4 बजे से नगर में विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें न केवल धार्मिक आस्था की झलक दिखेगी, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी समाहित होंगे।
झांकियों में होगा विविधता और दिव्यता का संगम
यात्रा में शामिल होंगी 108 ढोल धमाल, 8 डीजे साउंड सिस्टम, 11 घोड़ा-बग्घियां और 50 से अधिक जीवंत झांकियां। प्रमुख झांकियों में लेटे हुए बड़े हनुमान जी (प्रयागराज), श्रीराम लला (अयोध्या), काशी विश्वनाथ, मां गंगा, विन्ध्वासिनी माता, संस्कृति गर्जना, रूद्रनाद डमरु वादन, और मातृशक्ति अखाड़ा की प्रस्तुति शामिल है।
इस शोभायात्रा का एक और विशेष आकर्षण रहेगा – अघोरी तांत्रिक चंचलनाथ, आईआईटी बाबा, कांटे वाले बाबा, मोनालिसा और हर्षा जैसे जीवंत पात्रों की झांकियां, जो जनमानस में धार्मिक चेतना के साथ रोचकता भी भरेंगी।
विशेष वितरण और स्वागत की होगी भव्य व्यवस्था
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को 50,000 रूद्राक्ष, त्रिवेणी संगम के जल की शीशियाँ, कुबेर पोटली व शुभ धनवर्धक सामग्री वितरित की जाएगी। नगर में महाकुंभ की तर्ज पर भगवा ध्वजों से सजावट, भव्य स्वागत द्वार और स्थान-स्थान पर जलपान प्रसादी की व्यवस्था की जा रही है।
समाज को जागरूक करने वाली विशेष झांकी
इस बार की शोभायात्रा में एक विशेष झांकी को समाजिक संदेश देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जो जनाकर्षण का केंद्र रहेगी। महिला सशक्तिकरण और सनातन संस्कृति के मूल्यों को समर्पित यह झांकी युवादल की जागरूक सोच का प्रतीक होगी।
युवाओं का उत्साह चरम पर
पूरे नगर में शोभायात्रा की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। युवादल की टीम दिन-रात जुटी हुई है और इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा है। आयोजन से पूर्व युवादल कार्यालय में मीडिया के साथ एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें आयोजन की रूपरेखा साझा की गई।
व्यापारिक प्रतिष्ठानों से सहयोग का अनुरोध
भारतीय युवादल ने सभी धर्मप्रेमियों एवं व्यापारिक बंधुओं से अनुरोध किया है कि पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी अपने प्रतिष्ठान बंद कर शोभायात्रा में सहभागी बनें और इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाएं।