शिवपुरी: डॉक्टर ने परिजन पर बरसाईं लाठियां, इलाज के बिना मरीज की मौत, अस्पताल की मान्यता रद्द

शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक निजी अस्पताल की लापरवाही ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एडवांस फीस नहीं मिलने पर डॉक्टर ने मरीज का इलाज रोक दिया और उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया, जिससे वक्त पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मौत हो गई। विरोध करने पर डॉक्टर और स्टाफ ने मरीज के परिजनों पर लाठियां बरसाईं। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने अस्पताल की मान्यता रद्द कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
घटना मंगलवार रात की है। 48 वर्षीय अशोक खटीक किसी काम से घर लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल अशोक को परिजन तत्काल एमएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने पहले 40,000 रुपए एडवांस जमा करने की शर्त रख दी।
परिजनों ने तुरंत पैसे का इंतजाम नहीं कर पाया तो डॉक्टर ने इलाज करने से साफ इनकार कर दिया और घायल को अस्पताल से बाहर कर दिया। इलाज के अभाव में अशोक की मौत हो गई।
डॉक्टर और स्टाफ ने किया हमला
मृतक के भतीजे सनी खटीक ने बताया कि जब उन्होंने डॉक्टर से मरीज का इलाज करने की गुजारिश की, तो डॉक्टर आरपी सिंह और उनके बेटे ने परिजनों के साथ मारपीट की और लाठियों से हमला कर दिया।
हॉस्पिटल के बाहर शव रखकर किया चक्काजाम
मरीज की मौत के बाद परिजन और खटीक समाज के लोग भड़क उठे। गुस्साए लोगों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने जाम खत्म किया।
पुलिस कर रही जांच, डॉक्टर और स्टाफ पर केस दर्ज
कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि मामले में डॉ. आरपी सिंह और उनके स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
अस्पताल की मान्यता रद्द
मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने एमएम हॉस्पिटल की मान्यता रद्द कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
यह घटना चिकित्सा क्षेत्र में व्याप्त लापरवाही और असंवेदनशीलता को उजागर करती है। पुलिस और प्रशासन इस गंभीर मामले में जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिला रहे हैं।