गाडरवारामध्य प्रदेशराज्य

साईखेड़ा में आनंद विभाग द्वारा एक दिवसीय “अल्पविराम” कार्यक्रम का सफल आयोजन

गाडरवारा: दिनांक 08 अप्रैल 2025 को आनंद विभाग, जिला नरसिंहपुर की टीम द्वारा ब्लॉक साइखेड़ा में एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में ब्लॉक अंतर्गत आने वाले सभी ग्रामों से बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की।

कार्यक्रम का उद्देश्य आशा कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से सशक्त बनाना, उन्हें आत्मचिंतन व आत्ममूल्यांकन के माध्यम से आनंदमयी जीवन जीने की प्रेरणा देना तथा उनके मनोबल को सशक्त करना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ Dr. सीमा वर्मा (AMD) द्वारा सरस्वती पूजन के साथ किया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथियों के रूप में Dr. रिचा वर्मा (CHO), Dr. रजनी विश्वकर्मा (FD), श्री नीलमणि सिंह राजपूत (WHO मॉनिटर), श्री नरेंद्र विश्वकर्मा (BPM) की गरिमामयी उपस्थिति रही। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से सहयोगी श्री स्वनिल सोनी एवं श्री आशीष सोनी ने भी सहभागिता की।

कार्यक्रम के प्रारंभिक सत्र में आनंद विभाग की जिला संपर्क व्यक्ति एवं मास्टर ट्रेनर सुश्री विप्रा मोदी द्वारा आनंद विभाग की स्थापना, उद्देश्यों एवं “आनंद की ओर” जैसी महत्वपूर्ण पहलों की जानकारी दी गई। उन्होंने अल्पविराम गतिविधियों का महत्व बताते हुए इसे दैनिक जीवन में अपनाने के लाभों पर प्रकाश डाला।

इसके पश्चात मास्टर ट्रेनर श्री धर्मेन्द्र चंदेल द्वारा “जीवन का लेखा-जोखा” सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने आत्मचिंतन के माध्यम से अपने जीवन की बीती घटनाओं का अवलोकन किया और उनसे सीख लेने की प्रक्रिया को आत्मसात किया। इस सत्र में भावनात्मक जुड़ाव के साथ-साथ सहभागियों में आत्मप्रेरणा का संचार भी देखा गया।

आनंदम सहयोगी श्री प्रतिपाल सिंह राजपूत ने CCD (Crisis to Creative Discovery) मॉडल के माध्यम से अपने व्यक्तिगत जीवन में आए सकारात्मक परिवर्तनों को साझा किया। उनकी प्रेरणादायक यात्रा ने प्रतिभागियों को गहराई से प्रभावित किया। साथ ही आनंदम सहयोगी श्री आनंद कौरव एवं प्रदीप कौरव ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार आनंदम गतिविधियों ने उनके जीवन में आशा, उत्साह और सकारात्मकता का संचार किया।

सभी आशा कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम उन्हें मानसिक रूप से सशक्त करने के साथ-साथ कार्य के प्रति उत्साह और नवीन ऊर्जा प्रदान करता है।

कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने अल्पविराम को अपने जीवन में अपनाने और अपने कार्य में आनंद भाव लाने का संकल्प लिया। आयोजन के दौरान समस्त गतिविधियाँ सकारात्मक वातावरण में संपन्न हुईं और प्रतिभागियों ने इसे अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायक अनुभव बताया।

यह कार्यक्रम आशा कार्यकर्ताओं के मानसिक एवं भावनात्मक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध हुआ।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!