
इंदौर/फतेहपुर/शिलॉंग, 18 जून 2025:
राजा रघुवंशी हत्याकांड में मुख्य आरोपी बनाए गए राज कुशवाहा की मुश्किलें जहां लगातार बढ़ रही हैं, वहीं अब उसके परिवार पर एक और गहरा दुख टूट पड़ा है।
राज की गिरफ्तारी के 10 दिन बाद उसकी दादी का सदमे में निधन हो गया है।
दादी को नहीं सहा गया पोते का ‘कांड’
फतेहपुर जिले के गाजीपुर निवासी राज की दादी पहले से बीमार थीं, लेकिन जब उन्हें पोते के अपराध की जानकारी मिली, तो उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया।
परिवार के अनुसार, सदमे और बीमारी के कारण उनकी मौत हो गई।
अब फतेहपुर में अंतिम संस्कार की तैयारी है, जबकि राज का परिवार इंदौर से रवाना हो चुका है।
👉 हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि राज को अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत मिलेगी या नहीं।
हत्या का मास्टरमाइंड बना ‘राज‘
राजा रघुवंशी की हत्या मामले में शिलॉंग पुलिस ने राज कुशवाहा, सोनम रघुवंशी और अन्य तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
राज, सोनम का प्रेमी था और जांच में सामने आया कि दोनों ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।
पुलिस की पूछताछ और नई कड़ियाँ
- शिलॉंग पुलिस इंदौर में मौजूद है और सोनम-राज के परिजनों से पूछताछ कर रही है।
- आज पुलिस राज के घर पहुंचने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही दादी के निधन की खबर मिल गई।
कौन है ‘संजय वर्मा’? – जांच का नया एंगल
शिलॉंग पुलिस की जांच में सामने आया कि सोनम का संपर्क एक संजय वर्मा नामक व्यक्ति से भी था।
- 1 मार्च से 25 मार्च तक सोनम ने उसे 119 बार कॉल किया।
- लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया कि संजय कौन है और इस मर्डर केस में उसका कोई रोल है या नहीं।
क्या आगे होगा?
- क्या पुलिस फतेहपुर जाकर राज के परिवार से पूछताछ करेगी?
- क्या सोनम, राज और संजय के बीच कोई गहरा कनेक्शन है?
- क्या राज को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मिलेगी?
शिलॉंग पुलिस की तेज़ जांच से आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे संभव हैं।