रिएक्टिव पावर के दक्षतापूर्ण प्रबंधन से उपभोक्ताओं को मिल सकेगी गुणवत्ता पूर्ण बिजलीः डॉ. विनोद कुमार खरे
द इंस्टीटूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इंडिया) जबलपुर लोकल सेंटर में आयोजित हुआ व्याख्यान

जबलपुर। द इंस्टीटूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इंडिया) जबलपुर लोकल सेंटर में रिएक्टिव पावर मैनेजमेंट विषय पर उत्तर प्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन के पूर्व डायरेक्टर, पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं इथियोपियन इलेक्ट्रिक यूटिलिटी के पूर्व सी.ई.ओ. डॉ. विनोद कुमार खरे द्वारा एक बेहद उपयोगी व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। अपने व्याख्यान में डॉ. खरे ने विद्युत उपभोक्ताओं के लिये गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति के समग्र समाधान के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि रिएक्टिव पावर मैनेजमेंट सिस्टम, बिजली की गुणवत्ता और स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है, यह बिजली की मांग में अचानक बदलाव या ट्रांसमिशन लाइन में खराबी जैसी स्थितियों में रिएक्टिव पावर की आपूर्ति और मांग को संतुलित करता है।
डॉ. विनोद कुमार खरे ने अपने व्याख्यान में पावर सेक्टर में क्वालिटी पावर की उपयोगिता पर अनेक तथ्य प्रस्तुत किये। उन्होंने कहा कि रिएक्टिव पावर के दक्षतापूर्ण प्रबंधन से ही उपभोक्ताओं को गुणवत्ता पूर्ण बिजली मिल सकेगी। उन्होंने रिएक्टिव पावर मैनेजमेंट सिस्टम के फ़ायदे बताते हुये कहा कि यह जहां बिजली तंत्र में स्थिरता, क्षमता और गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करता है, वहीं बिजली के ब्लैकआउट को रोकने में भी इसकी अहम भूमिका रहती है।
साथ ही यह वोल्टेज में गिरावट और वृद्धि को रोकने के अलावा लघु और दीर्घ विद्युत कटौती को भी नियंत्रित करता है। इसके अलावा रिएक्टिव पावर मैनेजमेंट हार्माेनिक्स प्रबंधन एवं पावर फेक्टर (पी.एफ.) नियंत्रण में मदद करता है, जिससे प्रतिक्रियाशील विद्युत क्षतिपूर्ति हो पाती है।
इसके पूर्व द इंस्टीटूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इंडिया) लोकल सेंटर जबलपुर के अध्यक्ष इंजी. संजय कुमार मेहता ने स्वागत भाषण दिया। इंजीनियर अनिंघ कुमार खरे ने
डॉ. विनोद कुमार खरे का अभिनंदन करते हुये उनका परिचय प्रस्तुत किया, मानसेवी सचिव डॉ. राजीव जैन ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारी समिति सदस्य डा .एस एस पवार ने किया। इस अवसर पर इंजी. हितेश तिवारी, डॉ. संजय वर्मा, मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता प्रवीण कुमार गार्गव, अनुराग मिश्रा, एस व्ही वझे, लोकेश द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में शहर के विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों के प्रोफेसर और छात्र आदि उपस्थित थे।