नगर के लाड़ले डॉ. विराट जायसवाल ने अंतरराष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में भारत का किया प्रतिनिधित्वः भारत के श्रमिक हितों को वैश्विक मंच पर सशक्त रूप से रखा

संवाददाता अवधेश चौकसे
सालीचौका नरसिंहपुर, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आई.एल.ओ.) के 113वें श्रम सम्मेलन 02 से 14 जून में भारत के त्रिपक्षीय प्रतिनिधिमंडल ने सक्रिय भागीदारी निभाई।इसमें सालीचौका नगर के लाड़ले बैटा और एन.एफ.आई.टी.यु. महासचिव सह एल.एन.सी.टी.यू. यूनिवर्सिटी भोपाल के उप कुलसचिव डॉ. विराट जायसवाल ने भारतीय श्रमिक प्रतिनिधि के रूप में असंगठित क्षेत्र, कौशल विकास और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को मजबूती से प्रस्तुत किया। उन्होंने “बायोलॉजिकल हज़र्ड्स इन दी वोर्किंग एनवायरनमेंट” और “ए.आई. एंड दी फ्यूचर ऑफ़ वर्क” सत्रों में भाग लेते हुए भारत सरकार की प्रमुख योजनाएं जैसे—प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ई-श्रम पोर्टल, आयुष्मान भारत, सोशल सिक्योरिटी कोड, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना, श्रम सुविधा पोर्टल, तथा महिला शक्ति केंद्र योजना जैसी तमाम योजनाओ को वैश्विक मंच पर साझा किया।
डॉ. जायसवाल ने सीरिया, तुर्की, मिस्र, कुवैत, मॉरिशस, मालदीव के साथ-साथ इटली, फ्रांस और जर्मनी जैसे यूरोपीय देशों के प्रतिनिधियों से अनौपचारिक संवाद कर सांस्कृतिक एवं श्रम आधारित अनुभवों का आदान-प्रदान किया, जिससे भारत के नवाचारों और श्रम सुधारों की वैश्विक स्तर पर सराहना हुई। ब्रिक्स ट्रेड यूनियन बैठक, जो भारतीय मजदूर संघ (बी.एम.एस.) के संगठन मंत्री श्री बी. सुरेन्द्रन के नेतृत्व में जिनेवा में आयोजित हुई, एन.एफ.आई.टी.यु. के महासचिव डॉ. विराट जायसवाल ने जानकारी दी कि वर्ष 2026 में भारत ब्रिक्स ट्रेड यूनियन शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा। इस दौरान एल.एन.सी.टी.यु. ग्रुप के सचिव डॉ. अनुपम चौकसे ने इंडियन कौंसिल ऑफ़ स्माल इंडस्ट्रीज (आई.सी.एस.आई.) का प्रतिनिधित्व करते हुए भारत के लघु उद्योगों में हो रहे नवाचार, रोजगार सृजन और श्रमिक कल्याण से जुड़ी पहलों को वैश्विक मंच पर साझा किया।
डॉ जायसवाल ने बताया की केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आई.एल.ओ. सम्मेलन के प्लेनरी सत्र में कहा कि भारत ने रोजगार और सामाजिक सुरक्षा में अभूतपूर्व प्रगति की है। 2017 की 6% बेरोजगारी दर घटकर 2024 में केवल 3.2% रह गई है, और 7.5 करोड़ से अधिक नए रोजगार सृजित हुए हैं। कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी 2020 और ई-श्रम पोर्टल की मदद से सामाजिक सुरक्षा कवरेज अब 64% से ऊपर पहुंच चुकी है, जिससे 94 करोड़ से अधिक नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं।। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव श्रीमती वंदना गुरुनानी और संयुक्त सचिव अजोय शर्मा की अहम भूमिका रही।
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्री अनिल राजभर की महत्वपूर्ण मौजूदगी रही। भारत के स्थायी मिशन के प्रमुख हिज एक्सीलेंस अरिंदम बागची के उत्कृष्ट आतिथ्य और समन्वय के लिए डॉ. जायसवाल ने विशेष धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि एन.एफ.आई.टी.यु. अब आई.एल.ओ. की “ग्लोबल कोएलिशन फॉर सोशल जस्टिस” का आधिकारिक सदस्य बन चुका है, जो महानिदेशक गिल्बर्ट होंगबो की प्रमुख पहल है.
डॉ विराट ने कहा की बीएमएस के अखिल भारतीय संघटन मंत्री बी सुरेंद्रन के कुशल एवं अनुभवी नेतृत्व में भारतीय डेलीगेशन ने सराहनीय काम किया। एन.एफ.आई.टी.यु. के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल समेत सभी पदाधिकारी इसे संगठन के लिए गर्व का पल मानते हैं। डॉ. जायसवाल के स्वदेश लौटने पर एन.एफ.आई.टी.यु. दिल्ली प्रदेश समिति ने दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार और भव्य स्वागत किया। उक्त जानकारी मध्य प्रदेश एनएफआईटीयू के प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण गिरि ने दी.।