Narsinghpur News-एमएलबी कन्या उमावि में छात्रवृत्ति सहायता शिविर का हुआ आयोजन
शिविर में 2400 विद्यार्थियों का हुआ पंजीयन
एमएलबी कन्या उमावि में छात्रवृत्ति सहायता शिविर का हुआ आयोजन
शिविर में 2400 विद्यार्थियों का हुआ पंजीयन
नरसिहंपुर ।कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले के निर्देशन व जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल व्यौहार के मार्गदर्शन में कक्षा पहली से कक्षा 12 वीं तक के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए 26 सितम्बर से एक अक्टूबर तक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के माध्यम से शिक्षा पोर्टल पर 50 शालाओं के 2400 विद्यार्थियों का पंजीयन किया गया। इसके अलावा एमपी टॉस पोर्टल पर 535 विद्यार्थियों का एनपीसीआई पोर्टल से डीबीटी एक्टिव और 75 संस्थाओं ने उपस्थित होकर आ रही समस्याओं का निराकरण किया गया।
शिविर में संकुल के अंतर्गत आने वाले 84 शालाओं के बच्चों का शिक्षा पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीयन, बैंक खाता परिवर्तन और एमपीटॉस पोर्टल की समस्त समस्याओं का निराकरण किया गया। पिछले 4 दिनों में संकुल केंद्र के सैकड़ों छात्रों ने शिविर में आकर छात्रवृत्ति हेतु पंजीयन करवा गया। इस शिविर में समस्त संस्थाओं को मार्गदर्शन के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी, जिसमें श्री विवेक मिश्रा, श्री नीरज पटेल, श्री अभिषेक गुमास्ता व कु. राशि गुप्ता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। नोडल अधिकारियों के माध्यम से छात्रों को आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है।
शिविर के चौथे दिन सोमवार को विकासखंड शिक्षा अधिकारी नरसिंहपुर द्वारा शिविर का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति का जायजा लिया। संकुल प्राचार्य श्रीमती गायत्री सोनी ने बताया कि संकुल केंद्र के अंतर्गत 41 शासकीय और 43 निजी शालाएं आती हैं। इन शालाओं के बच्चे छात्रवृति पंजीयन के लिए शाला समय में बैंक और कंप्यूटर सेंटर जाना पड़ता है। इस वजह से इनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए संकुल केंद्र पर शिविर के माध्यम से आ रही समस्याओं का निराकरण किया गया।भविष्य में छात्रों की सुविधा हेतु इस प्रकार के शिविर आयोजित किये जाते रहेंगे।
शिविर प्रभारी श्री अक्षय शर्मा ने बताया कि एमपी टॉस पोर्टल पर छात्रों के शत प्रतिशत पंजीयन कराना एक चुनौती भरा कार्य है। छात्रों के आधार, समग्र और जाति प्रमाणपत्र में नाम और जन्मतिथि का मिलान नहीं होने से छात्रवृत्ति पंजीयन संभव नहीं हो पाता। छात्रों के बैंक खाते में आधार लिंक ना होने की वजह से छात्रों के खाते में राशि नहीं पहुंच पाती। इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए यह शिविर आयोजित किया गया।