मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पद की रेस तेज़, पिछड़ा वर्ग ने ठोका दावा
आखिर मध्यप्रदेश में नया बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा, इस पर चर्चा जोरों पर है

भोपाल: मध्यप्रदेश में बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है। वहीं, इस बीच प्रदेशाध्यक्ष पद पर पिछड़ा वर्ग ने भी अपना दावा पेश किया है।
प्रांतीय कुशवाहा समाज ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रदेश की 52 प्रतिशत से अधिक पिछड़ा वर्ग जनसंख्या को देखते हुए इसी वर्ग से प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया जाए। समाज के प्रदेश अध्यक्ष योगेश मानसिंह कुशवाहा ने कहा कि पिछड़ा वर्ग बीजेपी का परंपरागत समर्थक है और पार्टी की सरकार बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
पत्र में कहा गया है कि यदि पिछड़ा वर्ग से प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाया गया, तो इस वर्ग के लोग खुद को उपेक्षित महसूस करेंगे। कुशवाहा समाज ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इस मांग पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है।
जल्द हो सकता है फैसला
बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में अगले दो से तीन दिनों में नए प्रदेशाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी हो सकती है। प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा इस संबंध में तैयारियों में जुटे हैं।
दावेदारों की बढ़ी धड़कनें
नए प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए पार्टी में करीब एक दर्जन प्रमुख दावेदार हैं। सूत्रों के अनुसार जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार प्रदेशाध्यक्ष के चयन में जातीय और सामाजिक संतुलन अहम भूमिका निभा सकता है।