लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए दो अधिकारी
लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए दो अधिकारी

रिपोर्टर रवि शिमले बड़वानी
झाबुआ, मध्य प्रदेश: महानिदेशक लोकायुक्त श्री जयदीप प्रसाद के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ इंदौर लोकायुक्त इकाई ने थांदला, झाबुआ में ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में 11,000 रुपये की रिश्वत लेते दो अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता रूसमल भूरिया, जो ज्ञानगंगा एकेडमी, थांदला के संचालक हैं, ने लोकायुक्त इंदौर में शिकायत दर्ज कराई थी। स्कूल की मान्यता मार्च 2024 में समाप्त हो गई थी, जिसके नवीनीकरण के लिए 18,000 रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।
शिकायत की जांच के बाद, लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय के नेतृत्व में ट्रैप दल का गठन किया गया और दिनांक 17 फरवरी 2025 को आरोपियों को 11,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
- संजय सिकरवार (51 वर्ष) – खंड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसी), झाबुआ
- श्यामलाल पाल (43 वर्ष) – कर्मचारी, खंड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय, थांदला

कार्रवाई और धाराएं:
लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 एवं बीएनएस 2023 की धारा 61(2) के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
लोकायुक्त ट्रैप दल में शामिल अधिकारी:
- निरीक्षक राहुल गजभिये
- कार्यवाहक निरीक्षक प्रतिभा तोमर
- आरक्षक विजय कुमार, अनिल परमार, शैलेन्द्र सिंह बघेल, मनीष माथुर और कृष्णा
लोकायुक्त की सख्त चेतावनी
लोकायुक्त महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और आम जनता को किसी भी तरह की रिश्वतखोरी की जानकारी तुरंत लोकायुक्त को देने की अपील की।