लाइसेंसी ठेकेदार बना अवैध शराब का सौदागर, पुलिस-आबकारी विभाग की मिलीभगत से गांव-गांव में बिक रही शराब
भैंसदेही में लाइसेंसी ठेकेदार ही बन रहा अवैध शराब माफिया, गांव-गांव डिलीवरी कर बेच रहा शराब पुलिस और आबकारी विभाग की नाक के नीचे फलफूल रहा गोरखधंधा, युवाओं में बढ़ रही नशे की लत

संवाददाता शैलेंद्र गुप्ता
भैंसदेही (बैतूल): जिले की भैंसदेही और भीमपुर तहसीलों के दर्जनों ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस कारोबार को संरक्षण खुद लाइसेंसी शराब ठेकेदार द्वारा ही दिया जा रहा है। आरोप है कि ठेकेदार शराब दुकानों की आड़ में गांव-गांव में अवैध रूप से अंग्रेजी और देसी शराब की डिलीवरी करा रहा है, वो भी पुलिस और आबकारी विभाग की आंखों के सामने।
मीडिया टीम ने कैमरे में कैद किए अवैध शराब सप्लाई के दृश्य
मीडिया को कुछ ऐसे फोटो और वीडियो प्राप्त हुए हैं, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह बोलेरो जैसे वाहनों से शराब की पेटियां गांवों में पहुंचाई जा रही हैं। इन वीडियो से स्पष्ट है कि शराब माफिया ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय हैं और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं।
इन गांवों में हो रही है अवैध शराब की डिलीवरी
ग्राम माजरवाणी, चौपनी, चांदू, धामनिया, मेंडा, लोंडू, रंभा, पलस्या, गुल्लरढाणा, जामू, उती, रातामाटी, चोहटा, कुनखेड़ी समेत कई गांवों में यह अवैध शराब ठेकेदार के माध्यम से पहुंचाई जा रही है।
लाइसेंसी दुकानों की आड़ में गांवों तक शराब पहुंचा रहा ठेकेदार
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि भैंसदेही का एक शराब ठेकेदार अपनी लाइसेंसी दुकानों के नाम पर शराब गांव-गांव भेज रहा है। इस कार्य में खुद के वाहन और स्थानीय लोगों की दुकानों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पुलिस और आबकारी विभाग की निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों ने पूर्व में फोटो और वीडियो के साथ आबकारी विभाग को शिकायत दी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे स्पष्ट है कि इस गोरखधंधे में विभागीय मिलीभगत की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
नशे की गिरफ्त में युवा वर्ग, बढ़ रही सामाजिक समस्याएं
गांवों में शराब की उपलब्धता के चलते युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। नशे के कारण कई अपराध और घरेलू विवाद सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्राम पंचायतों ने जताया विरोध, सौंपेंगे ज्ञापन
गांवों में अवैध शराब बिक्री के विरोध में कई ग्राम पंचायतें और महिला समूह अब लामबंद हो गए हैं। पंचायतों ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताते हुए प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को सौंपा जाएगा।
निष्कर्ष:
भैंसदेही और भीमपुर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा अब जनस्वास्थ्य और सामाजिक संरचना के लिए खतरा बनता जा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस पर तत्काल प्रभाव से सख्त कार्रवाई करे और दोषियों को दंडित करे, ताकि गांवों को नशामुक्त किया जा सके।