कानपुर में 13 साल के किशोर की हत्या: 1500 रुपये में लड़की नहीं आई, तो दोस्त पर बिगड़ी नीयत, खंडहर में ले जाकर उतारा मौत के घाट

बिल्हौर (कानपुर)। कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र में 13 साल के किशोर की नृशंस हत्या का मामला सामने आया है। दो युवकों ने पहले अय्याशी के लिए लड़की बुलाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं आई, तो उन्होंने अपने 13 वर्षीय दोस्त को खंडहर में ले जाकर कुकर्म का प्रयास किया। किशोर ने जब विरोध किया और पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी, तो आरोपियों ने गला घोंटकर और सरिया से वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को कुएं में फेंक दिया गया।
घटना के बाद इलाके में सन्नाटा और आक्रोश दोनों देखने को मिला। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी अली उर्फ हुसैनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि मुख्य आरोपी अजहर उर्फ अज्जू अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।
कैसे खुला हत्याकांड का राज?
अरौल थाना क्षेत्र के रहने वाले एक प्रॉपर्टी डीलर का 13 वर्षीय बेटा बुधवार की शाम जिम जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन देर रात तक नहीं लौटा। पहले परिवार को लगा कि वह दोस्तों के साथ होगा, लेकिन जब रातभर उसकी कोई खबर नहीं मिली, तो परिजन घबरा गए।
गुरुवार सुबह किशोर के ही मोबाइल नंबर से उसके पिता के फोन पर एक मैसेज आया, जिसमें 10 लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी। इस संदेश ने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया। घबराए परिजनों ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की और परिवार की आशंका के आधार पर गांव के अली उर्फ हुसैनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने सभी राज उगल दिए।
1500 रुपये में लड़की बुलाने की थी योजना, नाकाम होने पर बिगड़ी नीयत
पुलिस पूछताछ में अली उर्फ हुसैनी ने बताया कि उसका साथी अजहर अय्याशी का आदी था। उसकी पहली पत्नी उसकी हरकतों से परेशान होकर उसे छोड़ चुकी थी। अजहर के पास कुछ महिला मित्र थीं, जिनमें से एक को उसने 1500 रुपये में बुलाने का प्लान बनाया था।
अली और अजहर ने मिलकर किसी महिला से संपर्क किया, लेकिन लड़की ने किसी कारणवश आने से इनकार कर दिया। जब उनकी योजना विफल हो गई, तो उन्होंने अपने ही 13 वर्षीय दोस्त को बहाने से खंडहर में बुलाया।
खंडहर में ले जाकर कुकर्म की कोशिश, विरोध करने पर हत्या
जब किशोर वहां पहुंचा, तो अजहर और अली ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। किशोर ने जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया और पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी।
किशोर की बातें सुनकर दोनों आरोपी डर गए कि अगर वह घर जाकर सब कुछ बता देगा, तो वे पकड़े जाएंगे। पकड़े जाने के डर से दोनों ने मिलकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया और सरिया से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद, शव को छिपाने के लिए उन्होंने उसे कुएं में फेंक दिया। हत्या के बाद, अजहर ने सबूत मिटाने के लिए किशोर के मोबाइल से उसके पिता को फिरौती का मैसेज भेज दिया, ताकि मामला अपहरण जैसा लगे और पुलिस की दिशा भटक जाए।
पुलिस ने ऐसे सुलझाई गुत्थी, कुएं से मिला शव
पुलिस ने जब अली को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तो उसने पूरी घटना कबूल कर ली। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गांव के कुएं से किशोर का शव बरामद किया। शव मिलने के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया।
इंस्पेक्टर जनार्दन यादव ने बताया कि मृतक के परिवार ने अली उर्फ हुसैनी, अजहर उर्फ अज्जू, ओसाफ अली और सफीर अहमद उर्फ एनएफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि, अब तक की जांच में सिर्फ अली और अजहर की संलिप्तता पाई गई है।
गांव में गम और गुस्सा, शव पहुंचते ही मचा कोहराम
शुक्रवार शाम जब पोस्टमार्टम के बाद किशोर का शव गांव पहुंचा, तो घर में कोहराम मच गया। मां, पिता और परिवार के लोग शव से लिपटकर रोने लगे। पूरा गांव इस बर्बर हत्या से स्तब्ध था।
परिजनों को रोता देख गांव के लोग भी आक्रोशित हो गए और आरोपियों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग करने लगे।
क्या आगे होगा?
- पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अजहर की तलाश जारी है।
- पुलिस फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दे रही है।
- परिवार ने सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
- घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।