जबलपुर में अनोखी दुकान: बिना मालिक और नौकर के लोग खरीदारी कर खुद रख जाते हैं पैसे

जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में एक ऐसी दुकान खुली है, जो पूरी तरह से ईमानदारी और श्रद्धा पर आधारित है। खास बात यह है कि इस दुकान में न कोई मालिक बैठता है और न ही कोई कर्मचारी। ग्राहक अपनी जरूरत के अनुसार मिठाई खरीदते हैं और पैसे खुद ही भुगतान कर देते हैं।
कैसे काम करती है यह अनोखी दुकान?
शास्त्री ब्रिज निवासी विजय पांडे (52) ने 10 मार्च 2025 को अपने घर के बाहर “श्री लड्डू गोपाल” नाम से यह अनूठी दुकान शुरू की। दुकान में 250 ग्राम और 500 ग्राम के लड्डू के पैकेट रखे गए हैं, जिन पर मूल्य लिखा हुआ है। भुगतान के लिए QR कोड, नकद भुगतान बॉक्स और उधार की सुविधा दी गई है। यदि किसी ग्राहक के पास उस समय पैसे नहीं हैं, तो वह बाद में भी भुगतान कर सकता है।
CCTV है, लेकिन बेईमानी नहीं!
हालांकि, दुकान के बाहर एक CCTV कैमरा लगाया गया है, लेकिन अब तक किसी भी ग्राहक ने बेईमानी नहीं की। विजय पांडे का कहना है कि उनकी दुकान श्रद्धा और ईमानदारी पर आधारित है और लोग भगवान लड्डू गोपाल से धोखा नहीं करेंगे।
सोशल मीडिया पर छाया मॉडल
इस अनोखी दुकान की चर्चा अब जबलपुर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में हो रही है। लोग इस मॉडल से प्रभावित होकर इसे अपने शहरों में लागू करने की योजना बना रहे हैं। कई लोगों ने तो फ्रेंचाइजी की मांग भी की है।
समाज सेवा से जुड़ा है उद्देश्य
विजय पांडे बताते हैं कि उनकी दुकान से प्रतिदिन 17 किलो से अधिक लड्डू बिक रहे हैं। इस दुकान से होने वाली आय को बच्चों की शिक्षा और जरूरतमंदों के इलाज में खर्च किया जाएगा।
ईमानदारी और श्रद्धा की मिसाल
आज के दौर में जहां व्यापार में मुनाफे और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है, वहीं यह दुकान समाज में ईमानदारी, विश्वास और नैतिकता का संदेश दे रही है। जबलपुर की यह पहल साबित करती है कि अगर भरोसा किया जाए, तो लोग इसे निभाने में पीछे नहीं हटते।