हॉस्पिटल का काला सच: कोमा में बताकर ऐंठते रहे पैसे, मरीज ICU में बेड से बंधा चीख रहा था, खुद बाहर आकर खोली पोल

रतलाम: शहर के 80 फीट रोड स्थित एक निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक मरीज ने अस्पताल प्रशासन पर धोखाधड़ी और जबरन पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है। दावा किया जा रहा है कि मरीज को कोमा में बताकर लाखों रुपये वसूले गए, जबकि हकीकत में वह होश में था।
ICU से खुद बाहर निकला मरीज, परिजनों ने किया हंगामा
रविवार को मारपीट में घायल हुए बंटी निनामा को परिजन इलाज के लिए निजी अस्पताल लाए थे। मरीज की पत्नी का आरोप है कि अस्पताल ने इलाज के नाम पर अब तक दो लाख रुपये वसूल लिए और कहा कि मरीज कोमा में चला गया है, इसलिए और पैसे लगेंगे।
हालांकि, सोमवार को वही मरीज अर्धनग्न हालत में ICU से बाहर आ गया, जिसके हाथ में ग्लूकोज की बोतल और यूरिन बैग लगा हुआ था। अस्पताल के बाहर उसने हंगामा कर दिया, जिससे पूरा मामला उजागर हो गया। इस दौरान किसी ने उसका वीडियो भी बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बेड से बंधा चीख रहा था पति: पत्नी का आरोप
मरीज की पत्नी ने बताया, “मैं जब 1 लाख रुपये लेकर ICU में गई तो वहां का दृश्य देखकर मेरे होश उड़ गए। डॉक्टरों ने बताया था कि मेरे पति कोमा में हैं, लेकिन अंदर देखा तो पांच लोग उन्हें बांधकर रखे थे और वे चिल्ला रहे थे कि मुझे मेरी पत्नी से मिलने दो। जब मैंने हंगामा किया तो वे भाग गए और मैं अपने पति को लेकर बाहर निकल आई।”
अस्पताल प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
इस पूरे मामले पर जब अस्पताल प्रशासन से सवाल किए गए, तो उन्होंने किसी भी तरह की अनियमितता से इनकार कर दिया। हालांकि, मरीज के परिजनों ने अस्पताल पर ठगी और जबरन पैसे वसूलने का आरोप लगाया है।
अब मेडिकल कॉलेज में चल रहा इलाज
मरीज को अब रतलाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, वह पूरी तरह होश में है और कोमा में होने की बात गलत है। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रशासन कब करेगा कार्रवाई?
यह मामला सिर्फ एक मरीज का नहीं है, बल्कि ऐसे कई पीड़ित हो सकते हैं जो निजी अस्पतालों में ठगी का शिकार हो रहे हैं। प्रशासन को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में किसी मरीज के साथ ऐसा न हो।