गाडरवारामध्य प्रदेशराज्य

गाडरवारा की भैरोंपुर पंचायत में अवैध रेत खनन का खुला खेल, माफिया बेखौफ – ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

गाडरवारा (जिला नरसिंहपुर)।
गाडरवारा तहसील की भैरोंपुर ग्राम पंचायत में अवैध रेत खनन का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। रविवार को गांव के जागरूक ग्रामीणों और सरपंच अभिषेक कौरव ने मिलकर रेत से भरे 7 ट्रैक्टरों को रोका, लेकिन प्रशासनिक अमले की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर माफिया मौके से फरार हो गए।
यह घटना क्षेत्र में खनन माफिया के हौसले बुलंद होने और प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाती है।

भारी वाहनों से ग्रामीण मार्ग क्षतिग्रस्त, जनजीवन प्रभावित

सरपंच अभिषेक कौरव ने बताया कि रेत से लदे भारी वाहनों की लगातार आवाजाही से गांव का मुख्य मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
इससे स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने वाली बसें समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं और ग्रामीणों को भी आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के मौसम में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है, जिससे गांव कई दिनों तक बाहर से कट सकता है।

‘प्रशासन हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता’ – माफिया का दावा

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, रेत माफिया खुलेआम दावा कर रहे हैं कि उनकी खनिज विभाग में सेटिंग है और प्रशासन उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
यह स्थिति प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और खनिज विभाग को सूचना देने के बावजूद कोई तत्काल कार्रवाई नहीं होती, जिससे माफिया बेखौफ होकर खनन करते हैं।

ग्रामीणों की चेतावनी: आंदोलन के लिए बाध्य होंगे

अवैध रेत खनन से त्रस्त ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना-प्रदर्शन करेंगे और आवश्यकता पड़ी तो जिला मुख्यालय नरसिंहपुर का घेराव भी किया जाएगा।
उन्होंने सूखनाला क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन का पक्ष: टीम गई थी, माफिया भाग निकले

जिला खनिज अधिकारी ओपी बघेल ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“हमारी टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन ट्रैक्टर चालकों ने पहले ही रेत खाली कर वाहन भगा दिए। इससे उन्हें पकड़ा नहीं जा सका।”
उन्होंने बताया कि इससे पहले की गई कार्रवाई में तीन ट्रैक्टर जब्त किए गए थे, जो कल ही छोड़े गए हैं
“हमने भारी जुर्माना भी लगाया है, लेकिन अब स्थिति बर्दाश्त के बाहर है। अगली बार ऐसे वाहनों को राजसात (सरकारी स्वामित्व में जब्त) किया जाएगा।”

मुद्दे की जड़: अवैध खनन बनाम प्रशासनिक सुस्ती

भैरोंपुर में हो रहा अवैध रेत खनन न सिर्फ पर्यावरण और ग्राम संरचना को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि यह प्रशासनिक तंत्र की कमजोर पकड़ और सिस्टम में मिलीभगत का भी संकेत देता है।
जब तक जिम्मेदार अधिकारी सख्त कदम नहीं उठाते और माफिया पर नकेल नहीं कसी जाती, तब तक यह अवैध कारोबार ग्रामीणों के जीवन और संसाधनों को नुकसान पहुंचाता रहेगा।

ग्रामीणों की मांगें:

  • सूखनाला क्षेत्र में अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाई जाए।
  • ग्राम भैरोंपुर के मुख्य मार्ग की मरम्मत कराई जाए।
  • दोषियों पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
  • खनिज विभाग की कार्यप्रणाली की जांच की जाए।
  • अवैध खनन की शिकायतों पर तुरंत मौके पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

 

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