गाडरवारा: अल्लाह की इबादत में जुटे रोजेदार, रमजान की बरकतों से रोशन हुई मस्जिदें

गाडरवारा, 21 मार्च: रमजान के पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे श्रद्धा और समर्पण के साथ रोजा रखकर अल्लाह की इबादत में जुटे हुए हैं। इस पवित्र महीने को इस्लाम में बरकतों और रहमतों वाला महीना कहा गया है, जिसमें इबादत करने और रोजा रखने से अल्लाह अपने बंदों की दुआ कबूल करता है और उनके गुनाहों को माफ कर देता है।
तीसरे जुमा की नमाज में उमड़ा जनसैलाब
शुक्रवार को रमजान के तीसरे जुमा की नमाज के दौरान मस्जिदों में भारी संख्या में नमाजियों ने शिरकत की। हजारों लोगों ने अल्लाह के दर पर सजदा कर अमन, शांति और भाईचारे की दुआएं मांगी। जुमा की नमाज से पहले तकरीर में कारी लाइक साहब ने रमजान की बरकतों पर रोशनी डालते हुए कहा कि यह महीना रहमतों, बरकतों और मगफिरत का महीना है।
उन्होंने बताया कि रोजा रखने से न केवल आत्मिक शुद्धि होती है बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। रमजान को तीन अशरों में बांटा गया है, और अब तीसरा अशरा शुरू हो गया है, जिसे जहन्नुम से निजात (मुक्ति) का अशरा कहा जाता है।
एतिकाफ में बैठे लोग, ईद के चांद के बाद आएंगे बाहर
21वें रोजे से मस्जिदों में एतिकाफ की शुरुआत हो गई है। कुछ लोग मस्जिदों में रहकर पूरी तरह इबादत, नमाज और कुरान की तिलावत में मशगूल हो गए हैं। यह लोग ईद का चांद नजर आने तक मस्जिदों में ही रहेंगे और पूरी तरह दुनियादारी से दूर रहकर सिर्फ अल्लाह की इबादत करेंगे।
शबे-कद्र की तैयारियां जोरों पर
26वें रोजे को शबे-कद्र मनाई जाएगी, जिसे इस्लाम में सबसे खास और पाक रात माना जाता है। इस अवसर पर मस्जिदों को विद्युत सजावट से रोशन किया जाएगा और विशेष इबादतें की जाएंगी। इस दौरान तरावीह पढ़ाने वाले हाफिज और इमाम का सम्मान किया जाएगा।
सामूहिक रोजा इफ्तार जारी, भाईचारे की मिसाल
शहर में सामूहिक रोजा इफ्तार का सिलसिला भी जारी है। नया बस स्टैंड, बावली अखाड़ा, दरगाह शरीफ पर नौजवान कमेटी द्वारा रोजा इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है।
जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष अबरार खान ने सभी नागरिकों से आपसी भाईचारे, शांति और सद्भाव के साथ सभी त्योहार मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि रमजान का संदेश ही इंसानियत, प्रेम और दुआओं की ताकत है, जिसे हमें अपनाना चाहिए।