फर्जी एसडीएम बनकर कर रहे थे अवैध वसूली, भाजपा नेत्री और उसका पति गिरफ्तार

देवास, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला और उसका पति खुद को प्रशासनिक अधिकारी बताकर लोगों से अवैध वसूली कर रहे थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भाजपा अनुसूचित मोर्चा की पूर्व जिला उपाध्यक्ष सरिता मालवीय और उनके पति धीरज राठौर को गिरफ्तार कर लिया है।
यह दंपती दुकानदारों और व्यापारियों को धमकाकर पैसे वसूलता था। पुलिस का कहना है कि आरोपी पहले भी कई बार इसी तरह की ठगी कर चुके हैं।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
देवास के कांटाफोड़ क्षेत्र में नयापुरा घाटी में चिकन की दुकान चलाने वाले दुकानदार शैतान सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत के अनुसार, एक कार में सवार महिला और पुरुष उसकी दुकान पर आए। पुरुष ने खुद को सरकारी अधिकारी बताया और कहा कि गाड़ी में बैठी महिला एसडीएम हैं। उन्होंने दुकान पर गाय के मांस की बिक्री का झूठा आरोप लगाया और 10,000 रुपये की मांग की।
दुकानदार ने सफाई दी कि वह केवल मुर्गे का मांस बेचता है और उसके पास वैध लाइसेंस भी है। लेकिन फर्जी अधिकारी बने दंपती ने उसकी बात नहीं सुनी और उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।
दुकानदार को दी धमकी, जबरन निकाले पैसे
शैतान सिंह के अनुसार, जब उसने पैसे देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसके बेटे का फोन नंबर लिया और उसे भी धमकाया। इसके बाद धीरज राठौर ने उसकी जेब से जबरदस्ती 5,000 रुपये निकाल लिए और धमकी दी कि अगर उसने पुलिस में शिकायत की, तो उसे गंभीर कानूनी मामलों में फंसा दिया जाएगा।
पुलिस ने कैसे पकड़ा फर्जी अधिकारी दंपती को?
घटना की गंभीरता को देखते हुए देवास एसपी पुनीत गेहलोद ने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। थाना प्रभारी सुरेखा निम्बोदा के नेतृत्व में एक स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई।
4 मार्च को पुलिस ने आरोपियों को ट्रैक कर पकड़ लिया। गिरफ्तारी के दौरान भी महिला ने खुद को एसडीएम बताने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी और दोनों को हिरासत में ले लिया।
पहले भी कर चुके थे ठगी
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह दंपती पहले भी फर्जी अधिकारी बनकर कई जगहों पर लोगों को ठग चुका है।
- ये लोग दुकानदारों और व्यापारियों को डराकर हजारों रुपये की वसूली करते थे।
- पुलिस को संदेह है कि इन्होंने अन्य जिलों में भी इसी तरह की ठगी को अंजाम दिया है।
- इनके खिलाफ पहले भी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन अब जाकर इनकी गिरफ्तारी हुई है।
क्या होगी कार्रवाई?
फर्जी एसडीएम बनकर वसूली करने के आरोप में सरिता मालवीय और धीरज राठौर के खिलाफ धोखाधड़ी (IPC 420), धमकी (IPC 506), और जबरन वसूली (IPC 384) जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अब जांच कर रही है कि –
- क्या इस गिरोह में और भी लोग शामिल हैं?
- क्या इन्होंने अन्य जिलों में भी ठगी की है?
- इनका राजनीतिक और आपराधिक रिकॉर्ड क्या है?
भाजपा नेत्री का कनेक्शन और राजनीतिक पृष्ठभूमि
बताया जा रहा है कि सरिता मालवीय भाजपा अनुसूचित मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। वह आष्टा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा टिकट की दावेदार भी थीं।
अब यह मामला राजनीतिक रंग भी पकड़ सकता है, क्योंकि पुलिस की जांच में यह भी सामने आ सकता है कि क्या सरिता मालवीय के राजनीतिक संपर्कों का फायदा उठाकर यह दंपती ठगी कर रहा था?