अनजान फोटो पर क्लिक किया, खाते से उड़ गए ₹2 लाख: जबलपुर में साइबर ठगी का नया तरीका

जबलपुर। साइबर ठगों ने अब ठगी के नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। जबलपुर के एक व्यक्ति को वॉट्सऐप पर एक अनजान फोटो भेजकर साइबर अपराधियों ने उसका मोबाइल हैक कर लिया और बैंक खाते से ₹2.01 लाख उड़ा लिए।
कैसे हुआ साइबर फ्रॉड?
जबलपुर निवासी प्रदीप जैन को एक अनजान नंबर से वॉट्सऐप पर एक फोटो भेजी गई। जैसे ही उन्होंने उस फोटो को खोला, उनके फोन में एक ऐप ऑटोमैटिक डाउनलोड हो गया, जिसने फोन को पूरी तरह से हैक कर लिया। इस ऐप ने उनकी बैंकिंग डिटेल्स ठगों तक पहुंचा दी। कुछ ही मिनटों में उनके खाते से पैसे निकाल लिए गए।

कैसे निकाले गए पैसे?
बैंक स्टेटमेंट की जांच करने पर पता चला कि ठगों ने पहले खाते में ₹1 जमा किया और फिर केनरा बैंक, हैदराबाद से दो बार में कुल ₹2.01 लाख की निकासी कर ली।
साइबर सेल और बैंक की लापरवाही
पीड़ित जब बैंक पहुंचे, तो उन्हें साइबर हेल्पलाइन पर रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया। लेकिन साइबर हेल्पलाइन ने भी तुरंत कार्रवाई नहीं की, जिससे पीड़ित को अगले दिन लिखित शिकायत देनी पड़ी।
नए तरीकों से हो रही ठगी: ‘स्टेगनोग्राफी’ का इस्तेमाल
साइबर सेल के अधिकारियों के अनुसार, ठग अब “स्टेगनोग्राफी” तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। इसमें किसी फोटो के भीतर एक अदृश्य लिंक छिपी होती है, जो क्लिक करने पर फोन को हैक कर लेती है।
कैसे बचें साइबर ठगी से?
✔ अनजान नंबर से आई फोटो या फाइल को न खोलें।
✔ फोन में किसी भी अनचाही ऐप की नियमित जांच करें और संदिग्ध ऐप को तुरंत हटा दें।
✔ बैंकिंग से जुड़े किसी भी संदिग्ध मैसेज पर तुरंत बैंक और साइबर सेल से संपर्क करें।
✔ किसी को भी अपनी बैंकिंग जानकारी और ओटीपी साझा न करें।
✔ साइबर क्राइम की शिकायत 1930 हेल्पलाइन नंबर या www.cybercrime.gov.in पर करें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें! साइबर ठगों के जाल में न फंसें।