आरएसएस ने निकाला पथ संचलन! स्वयंसेवकों ने मिलाया कदमताल, जगह-जगह हुए स्वागत
मण्डीदीप। संघ संगम शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। संघ की स्थापना 1925 में नागपुर में हुई थी। तब से लेकर संघ पिछले 99 वर्षों से केवल और केवल हिंदू समाज को संगठित करने के कार्य में लगा हुआ है। उन्होंने आगे कहा की संज्ञा ने शताब्दी वर्ष में पांच परिवर्तन का कार्य हाथ में लिया है जिसमें सामाजिक सद्भाव समरसत्ता कुटुंब प्रबोधन पर्यावरण स्वदेशी तथा नागरिकता चार विषयों को सम्मिलित किया गया है। समाज को पंच परिवर्तन अपने व्यवहार में लाना होगा। सामाजिक समरसता, पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली, पारिवारिकता को बढ़ावा देने के लिए परिवार जागृति पर जोर देना, जीवन के सभी पहलुओं में भारतीय मूल्यों पर आधारित स्व की भावना पैदा करना और नागरिक कर्तव्यों के पालन के लिए सामाजिक जागृति शामिल है। उपरोक्त बात राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रांत पर्यावरण सह संयोजक डॉक्टर पुरुषोत्तम शर्मा ने कही।
वह कृषी उपज मण्डी में आयोजित पथ संचलन के दौरान बोल रहे थे । उन्होने ने कहा संघ के स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य कर रहे है। उन्होने कहा कि संघ के स्वयंसेवक लगातार समस्याओं व चुनौतियों का सामना करते हुए उनका निदान कर रहे हैं। इसी राष्ट्र साधना को हम अधिक समर्पण भाव से करते रहेंगे। इसके तहत नगर में अनुशासन का परिचय देते हुए आरएसएस का पथ संचलन निकला। नगर में जगह-जगह फूलों की वर्षा कर पथ संचलन का स्वागत हुआ। कृषी उपज मण्डी प्रांगण में स्वयं सेवक एकत्र हुए। एक कतार में खड़े होकर सभी ने अनुशासन का परिचय दिया इसके बाद शहर के मुख्य मार्गों से पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन जो वार्ड क्रमांक 2 स्थित कृषि उपज मंडी से प्रारंभ होकर पाल मोहल्ला ,इंदिरा नगर, मंगल बाजार ,पटेल नगर, मुख्य बाजार,दुर्गा चौक,स्टेशन रोड होते हुए पुनः कृषि उपज मंडी पहुंचा। संचलन में स्वंय सेवक कंधे पर डंडा रखकर कार्यकर्ता कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। पथ संचलन के दौरान आधा दर्जन कार्यकर्ता बैंड बाजों पर देशभक्ति धुन बजाकर चल रहे थे। पथ संचलन को नगर के सामजिक संगठनो सहित अन्य लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान मुख्य अतिथि राजीव अग्रवाल व संघ के जिला संघचालक कांता प्रसाद तिवारी, नगर सघंचालक किरण कुमार जैन सहित सैकड़ो की संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहे।