मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में मुगलकालीन खजाने की खोज, खेतों में रातभर जारी है खुदाई

बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के असीरगढ़ गांव में मुगलकालीन सोने के सिक्के मिलने की अफवाह से हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों का दावा है कि खेतों में पुराने सिक्के मिल रहे हैं, जिन पर उर्दू और अरबी में कुछ लिखा हुआ है। इसके बाद सैकड़ों ग्रामीण टॉर्च और आधुनिक उपकरणों के साथ रातभर खुदाई कर रहे हैं।
कैसे फैली अफवाह?
गांव के कुछ लोगों को हाल ही में खेतों में सिक्के मिले, जिसके बाद यह खबर आग की तरह फैल गई। बताया जा रहा है कि जब कुछ महिलाएं खेत में निराई-गुड़ाई कर रही थीं, तब उन्हें पीतल और सोने जैसे सिक्के मिले। इन सिक्कों पर अरबी और उर्दू भाषा में कुछ लिखा था, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वे मुगलकालीन हो सकते हैं।
इतिहास से है गहरा नाता
असीरगढ़ किला ऐतिहासिक रूप से काफी महत्वपूर्ण रहा है और इसे “दक्कन का द्वार” कहा जाता है। इतिहासकारों के अनुसार, यह क्षेत्र कभी राजा आशा अहीर, मुगलों, नादिर शाह और ब्रिटिशों के शासन में रहा था। पुराने जमाने में बैंक नहीं होते थे, इसलिए लोग अपने कीमती सामान जमीन में गड्ढा खोदकर छिपा दिया करते थे।
प्रशासन की नजर
सोने के सिक्कों की खोज के कारण लोग बेतरतीब तरीके से खुदाई कर रहे हैं, जिससे प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में ऐतिहासिक सिक्के मिल सकते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं कि वे सभी असली सोने के हों। जिला पुरातत्व संघ के सदस्य डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा, “यह क्षेत्र ऐतिहासिक महत्व रखता है। सिक्कों की प्रमाणिकता की जांच जरूरी है। प्रशासन को इस पर उचित कदम उठाने चाहिए।”
अफवाह या सच्चाई?
फिलहाल, यह साफ नहीं है कि सिक्के असली सोने के हैं या नहीं। लेकिन लोगों में इसे लेकर भारी उत्सुकता है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और क्या वाकई बुरहानपुर की मिट्टी में छिपा है कोई बड़ा खजाना!