लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया सहायक ग्रेड-3 अधिकारी

रिपोर्टर रवि शिमले
अलीराजपुर। लोकायुक्त इंदौर की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अलीराजपुर जिले में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी अलताफ खान, जो उप संचालक, सामाजिक न्याय एवं निशक्त विभाग (जिला पंचायत भवन परिसर) में कार्यरत था, उसने एक आवेदक से ₹45,000 की रिश्वत की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला?
आवेदक अभिनव दाण्डेकर चंद्रशेखर आजाद आदिवासी ग्रामीण दृष्टिहीन पुनर्वसन केंद्र, भाबरा में प्रशिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता स्व. हेमंत दाण्डेकर, जो इसी केंद्र में वार्डन के पद पर थे, वर्ष 2018 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनका ₹9,36,554/- का छठे वेतनमान एरियर स्वीकृत हुआ था, लेकिन भुगतान लंबित था।
इस राशि को जारी करने के एवज में आरोपी अलताफ खान ने 5% के हिसाब से ₹45,000 की रिश्वत की मांग की। परेशान होकर आवेदक ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त इंदौर के पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय से की।
रंगे हाथों दबोचा गया आरोपी
शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त टीम ने ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई। आज 27 फरवरी 2025 को जब आरोपी ने आवेदक से ₹45,000 रिश्वत ली, तब लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त की टीम में ये अधिकारी थे शामिल:
- निरीक्षक आनंद चौहान
- निरीक्षक राहुल गजभिये
- आरक्षक विजय कुमार
- आरक्षक कमलेश परिहार
- आरक्षक चेतन सिंह परिहार
- आरक्षक रामेश्वर निंगवाल
- आरक्षक कमलेश तिवारी
- आरक्षक कृष्णा अहिरवार
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई से प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की उम्मीद है।