नरसिंहपुर में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का मामला: इंस्टाग्राम पर की दोस्ती, फिर बुलाया लाज…? युवक और लॉज मालिक गिरफ्तार

नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश। नरसिंहपुर जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए नाबालिगों को होने वाले खतरों और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर किया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के एक युवक और लॉज संचालक को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद हुई, जहां आरोपी ने लड़की को भावनात्मक रूप से गुमराह कर मिलने के बहाने नरसिंहपुर की एक लाज में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
घटना का विवरण
आरोपी मोहम्मद निहार (22), जो उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के अतरेट गांव का रहने वाला है, ने इंस्टाग्राम पर एक नाबालिग लड़की से दोस्ती की। कुछ समय तक चैट करने के बाद निहार ने लड़की को भावनात्मक रूप से गुमराह करने का प्रयास किया और उससे मिलने के लिए नरसिंहपुर पहुंच गया। लड़की को विश्वास दिलाया गया कि वह उससे शादी करना चाहता है।
15-17 फरवरी के बीच, निहार ने नरसिंहपुर के स्टेशन क्षेत्र स्थित गुरुदेव लॉज में एक कमरा किराए पर लिया। उसने लड़की को लॉज में बुलाया। जब लड़की वहां पहुंची, तो निहार ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। घटना के बाद लड़की ने अपने परिवार को सूचित किया, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
लॉज संचालक की लापरवाही
जांच में पता चला कि लॉज संचालक ने कमरा किराए पर देते समय आरोपी से कोई पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मांगा। यह लापरवाही गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि होटल और लॉज संचालकों के लिए यह अनिवार्य है कि वे किराएदार से पहचान पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज मांगें। इस लापरवाही के कारण पुलिस ने लॉज संचालक को भी सह-आरोपी बनाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़िता के परिजनों की शिकायत के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी मोहम्मद निहार और लॉज संचालक को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है।
पुलिस की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने इस घटना को लेकर पहले कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया। न ही अन्य नाबालिगों को सोशल मीडिया के जरिए होने वाले ऐसे खतरों से सतर्क करने के लिए कोई अभियान चलाया गया।
इससे पहले भी 10 फरवरी को नरसिंहपुर में एक सामूहिक रेप और हत्या के प्रयास का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने आरोपियों के नाम छिपाए थे। इससे पुलिस की पारदर्शिता और जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रदेश कांग्रेस नेता कुणाल चौधरी ने सोशल मीडिया पर इस घटना का जिक्र किया। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर सख्त नियम बनाने की मांग की।
नरसिंहपुर में बढ़ते अपराध
यह घटना नरसिंहपुर जिले में पिछले दस दिनों में दुष्कर्म की चौथी वारदात है। इनमें से दो मामलों में पीड़िताएं नाबालिग हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस को ऐसे मामलों में अधिक सतर्क और पारदर्शी रवैया अपनाना चाहिए।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है। साथ ही, लॉज और होटल संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे किराएदार से पहचान पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज मांगें।
इस मामले ने एक बार फिर समाज में नाबालिगों की सुरक्षा और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अब सभी की निगाहें इस मामले में आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।