संत रामपाल महाराज के शिष्यों ने पेश की मानवता की मिशाल, किसान को वापस किए गिरे हुए 33 सौ रुपए
संत रामपाल महाराज के शिष्यों ने पेश की मानवता की मिशाल, किसान को वापस किए गिरे हुए 33 सौ रुपए
गाडरवारा : पैसे के पीछे भागती दुनिया में कुछ लोग ऐंसे भी हैं जो मानवता को जीवित रखने का काम कर रहे हैं। आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो ईमानदारी का परिचय देने में पीछे नहीं हटते। ऐसा ही एक मामला बीते दिन गाडरवारा की जवाहर कृषि उपज मंडी में देखने को मिला जब मंडी गेट पर लखन कौरव एवं सचिन राजपूत को 3300 रुपए पड़े मिले। उन्होंने ईमानदारी का परिचय देते हुए यह राशि जवाहर कृषि उपज मंडी कार्यालय में अधिकारियों के पास जमा करा दी। मंडी प्रशासन ने अनाउंस कराया जिसके उपरांत दहलवाड़ा निवासी कृषक शंकरसिंह राजपूत ने कार्यालय आकर बताया कि यह राशि उसकी है। मंडी प्रशासन द्वारा संतुष्ट होने पर सहायक उप निरीक्षक प्रकाश दुबे द्वारा कृषक को उसके गिरे हुए रुपए वापस किए गए। वहीं रुपया वापस मिलने पर कृषक के चेहरे पर प्रसन्नता दिखाई दी। सचिन राजपूत और लखन कौरव जिन्हें जिनको पैसे वापिस मिले जब उनसे पैसे वापिस करने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह संत रामपाल जी महाराज के शिष्य है एवं उनके गुरु ने उन्हें यह सिखाया है कि किसी का पैसा या कोई कितनी भी कीमती वस्तु मिलती है तो उसका उपयोग नहीं करें एवं उसे उसके मालिक को लौटा देना चाहिए । गुरु के उपदेशों पर चलकर दोनों के समाज में ये अनूठी मिसाल पेश की है।