महाकुंभ गई पत्नी तो नाराज बैंक अधिकारी पति ने मांगा तलाक
भोपाल कुटुंब न्यायालय में धार्मिकता को लेकर बढ़ते तलाक के मामले, काउंसलर सुलह कराने में जुटे
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भोपाल। महाकुंभ 2025 के दौरान जहां लाखों श्रद्धालु पुण्य अर्जित करने के लिए उमड़े हैं, वहीं कुछ घरों में इसकी वजह से कलह भी बढ़ रही है। भोपाल कुटुंब न्यायालय में एक बैंक अधिकारी ने अपनी पत्नी के महाकुंभ जाने और बढ़ती धार्मिकता को तलाक का आधार बनाते हुए याचिका दाखिल की है। पति का कहना है कि पत्नी का व्यवहार और पहनावा पूरी तरह बदल गया है, जिससे उनके दांपत्य जीवन में खटास आ गई है।
पति ने कहा— पत्नी की बढ़ती धार्मिकता से परेशान हूं
बैंक अधिकारी ने कोर्ट में दायर अर्जी में कहा कि पत्नी लगातार धार्मिक यात्राओं पर जा रही है और उसके पहनावे और रहन-सहन में बड़ा बदलाव आ गया है।
“मेरी पत्नी पहले सामान्य जीवन जीती थी, लेकिन अब वह धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगी है। पहले वृंदावन गई, अब महाकुंभ चली गई। लौटने के बाद उसने सिंदूर और बिंदी लगाना छोड़ दिया और चंदन टीका लगाने लगी है। यहां तक कि अब रुद्राक्ष की माला भी पहनने लगी है। उसकी इस बदलाव भरी जीवनशैली की वजह से ऑफिस की पार्टियों में उसे ले जाना मुश्किल हो गया है। मेरे दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं। वह अब ब्यूटी पार्लर नहीं जाती, सजती-संवरती नहीं है और सामाजिक आयोजनों में भी शामिल नहीं होती।”
भोपाल कुटुंब न्यायालय में ऐसे कई मामले आ रहे हैं
यह मामला अकेला नहीं है। बीते एक महीने में कुटुंब न्यायालय में ऐसे तीन और मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें पत्नियों की धार्मिकता को लेकर पति ने तलाक की मांग की है।
प्रवचन और भजन-कीर्तन में डूबी पत्नी
एक 35 वर्षीय व्यवसायी पति ने शिकायत की कि उसकी पत्नी धार्मिक प्रवचनकारों के वीडियो देखने की आदी हो गई है।
“घर में टीवी पर हमेशा प्रवचन ही चलते रहते हैं। शहर में कहीं भी प्रवचन हो, तो वहां जाने की जिद करती है। मेरे मना करने के बावजूद वह सहेलियों के साथ चली जाती है। बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन पत्नी को इसकी चिंता नहीं है। घर में लगातार भजन-कीर्तन होते रहते हैं, जिससे मैं और बच्चे परेशान हो चुके हैं।”
वहीं, पत्नी का कहना है कि पति उसे बिल्कुल समय नहीं देते और उसकी धार्मिक आस्था को लेकर उपहास करते हैं।
सरकारी नौकरी नहीं मिली, तो पूजा-पाठ और टोटकों में डूबी पत्नी
दूसरे मामले में एक पति ने शिकायत की कि उसकी पत्नी पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, लेकिन जब उसे सरकारी नौकरी नहीं मिली, तो वह पूरी तरह पूजा-पाठ और धार्मिक टोटकों में डूब गई।
“अब वह घंटों मंदिर में बिताती है। धार्मिक गुरुओं के बताए टोटकों को घर में आजमाने लगी है, जिससे पूरा परिवार परेशान हो गया है। दिनभर यूट्यूब पर धार्मिक वीडियो चलाती रहती है। हमने कई बार उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह इसे अपनी आस्था से जोड़कर देखती है।”