कुष्ठ पखवाडा अंतर्गत चर्मकुष्ठ विकृति बचाव शिविर संपन्न
कुष्ठ पखवाडा अंतर्गत चर्मकुष्ठ विकृति बचाव शिविर संपन्न
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गाडरवारा। गुरूवार, 13 फरवरी को प्रा.स्वास्थ्य केन्द्र चीचली में कुष्ठ पखवाडा, अंतर्गत चर्मकुष्ठ विकृति बचाव शिविर संपन्न हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के आदेशनुसार जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. राजकिशोर पटैल की देखरेख एवं खण्ड चिकित्साा अधिकारी डॉ अनिल पटैल की उपस्थिति में ब्लॉक से आए संदेहास्पद लेप्रोसी के केसेस की जांच की गई। जिसमे से दो केस रजिस्टर कर एमडीटी उपचार प्रारंभ किया गया। बीएमओ डॉ. अनिल पटैल ने कुष्ठ के प्रांरभिक लक्षणों की जानकारी दी। उन्होंने लोगों को बताया शुरू में ही कुष्ठ मरीज को चिन्हित करने और नियमित उपचार से कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। कुष्ठ रोग के समय पर इलाज से मरीज विकलांगता से बच भी जाता है। यह रोग आने पर शरीर में दाग होते हैं, उन दागों में गरम और ठंडे का असर नहीं होता। इसका इलाज हर सरकारी अस्पताल में निःषुल्क होता है। शिविर में उपस्थित इलाजरत, इलाजमुक्त, हितग्राहियों को जल तेल उपचार विधि जिले से आए कुष्ठ पर्यवेक्षक मानसिंग पटैल, रीना शर्मा, अखलेश साहू द्वारा सिखाई गई, जिससे विकृति को रोका जा सके। कार्यक्रम में छोटेलाल प्रजापति, कमलेश कौरव, रीतेश तिवारी, आशा पर्यवेक्षक, आशा कार्यकर्ता और स्टॉफ के कर्मचारी उपस्थित रहे।