हाथ में मां-पिता की फोटो और पर्ची पर नाम! जापानी बेटे ने 20 साल बाद अमृतसर में पिता को खोज निकाला
जापान का एक बेटा मां-पिता की फोटो और पर्ची पर नाम लिखकर अपने पिता की तलाश में अमृतसर में 15 दिनों से भटक रहा था और आखिरकार उसने 20 साल बाद पिता को खोज निकाला. अमृतसर के रहने वाले सुखपाल ने 2002 में जापान की महिला से शादी की थी और 2007 में वापस भारत लौट आए थे.
अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में एक युवक अपने पिता से 20 साल बाद मिला है. उसे केवल इतना ही पता था कि उसके पिता अमृतसर में रहते हैं और उनकी फोटो उसके पास थी, बस यही जानकारी लेकर वो अपने जापान से भारत आया था. करीब 15 दिन अमृतसर की गलियों में घूमते हुए उसने अपने पिता को खोज लिया, जिसके बाद उसके पिता भावुक हो गए.
भावुक करने देने वाली ये कहानी जापान के रिन ताकाहाटा की है, जोकि अपने पिता की खोज में अमृतसर की खाक छान रहा था. उसके हाथ में मां और पिता की पुरानी तस्वीरें थीं. पिता का नाम लिखी हुई एक पर्ची और उनकी फोटो घर-घर दिखाता और सबसे पूछता कि उसके पिता कहां हैं? रिन ताकाहाटा का यह प्रयास फाइनली रंग लाया.
जब वो फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर अपने पिता की तलाश करते हुए जा रहा था तो उसने सड़क के किनारे बैठे हुए लोगों को पिता की तस्वीर दिखाई तो लोगों ने पहचान लिया और उसे लोहारका रोड पहुंचा दिया, जहां सुखपाल सिंह रह रहा था. रिन ताकाहाटा जब अपने पिता के घर पहुंचा तो सुखपाल उसे पहचान ही नहीं पाया. जब उसके हाथ में अपनी तस्वीर देखी तो हैरान रह गया. रिन ने जब बताया कि वह उनका बेटा है तो सुखपाल और उनका परिवार अवाक रह गया. बेटे से इस प्रकार मिलन होगा, यह सुखपाल ने कभी नहीं सोचा था. इसके बाद भावुक हुए सुखपाल और रिन ने एक दूसरे को गले लगाया.
2002 में सुखपाल ने जापानी महिला से की थी शादी
सुखपाल ने बताया कि साल 2001 में वो थाईलैंड में था तब उसकी मुलाकात सची ताकाहाता से हुई थी. 2002 में सची ताकाहाता जापान चली गई और मैं भी वहां पहुंच गया. इसके बाद हमने शादी कर ली और जापान के चिबा केन में रहने लगे. यहां सची ताकाहाता ने 2003 में बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम रिन ताकाहाता रखा गया. इसके बाद सुखपाल और सची ताकाहता अलग हो गई और 2007 में वह वापस आ गया.
ओसाका यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट है जापानी बेटा रिन
जैसे-जैसे समय बीतता गया, रिन अपने पिता के बारे में मां से पूछने लगा. फिर उसे बताया गया कि उसका पिता भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर जिला में है. बस फिर क्या था रिन ने अपने पिता से मिलने का मन बनाया. रिन के अनुसार, वह ओसाका यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट्स का छात्र है. वो बीते 15 दिनों से अमृतसर की गलियों में घूम रहा है. फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर जब दुकानदारों को पिता की तस्वीर दिखाई तो मुझे उनके घर तक पहुंचाया गया.
बेटे के जन्म के बाद ही दोनों का हो गया था तलाक
रिन ने बताया कि कालेज में एक असाइनमेंट मिला था, जिसमें परिवार के बारे में खोजना था. मैं अपने मां के परिवार के विषय में तो जानता था, लेकिन पिता के बारे में जानकारी नहीं थी. इसके बाद उसने पिता को खोजना शुरू कर दिया. हालांकि इंटरनेट मीडिया पर पिता को काफी तलाश किया पर सफलता नहीं मिली. साल 2003 में जन्मे रिन के अनुसार मां और पिता के बीच कुछ गलतफहमियां बनीं, जो दूरियों का कारण बनीं.