गाडरवारा विधानसभा में स्मैक, गांजा, दारू , जुआ ,सट्टे के कारोबार के बाद अब पेश है बहुत बड़े स्तर से अवैध रेत खनन
प्रतिदिन एक ही खदान से लाखो की अवैध रेत खनन
रिपोर्टर अवधेश चौकसे सालीचौका
सालीचौका नरसिंहपुर: नगर परिषद सालीचौका के शिवाजी वार्ड क्र: 15 की राजस्व सीमा से लगे दूधी नदी के तट (केसला घाट) से बड़ी बड़ी मशीनों द्वारा शासकीय भूमि पर बिना कोई अनुमति ऐन.ओ. सी के रास्ता बना कर रेत का बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन चल रहा हैं, बिना वन विभाग की अनुमति के कई हरे भरे वृक्ष भी काट दिए गए हैं, इससे नगर सालीचौका के वार्ड वासियों सहित व ग्राम सहवान रहवासियों ने कड़ी आपत्ति दर्ज करी गई है इस मामले में नरसिंहपुर जिला कलेक्टर, खनिज अधिकारी, जिला खनिज निरीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी, चिचली ब्लॉक तहसीलदार, ब्लॉक सीईओ, नगर परिषद सालीचौका सीएमओ, सभी जिम्मेदार अधिकारी जनप्रतिनिधि बेखबर और मौन साधे हुए हैं, जबकि केसला घाट खदान ना अधिकृत है ना स्वीकृत है,
विचारणीय यह हैं जिस विधानसभा से दिन दहाड़े शासन प्रशासन जनप्रतिनिधियों के ठीक नाक के नीचे अवैध रेत खनन और भंडारण का आखिर खेल कैसे चल रहा है ? जिले की प्राकृतिक खनिज संपदा कैसे बेख़ौफ़ लूटी जा रही हैं और सभी जिम्मेदार मौन धारण करे हुए है ।
गाडरवारा तहसील में कानून की धज्जियां उड़ा कर कई जगह विशाल रेत के भंडारण भी करे गए है, एक नर्मदा शुगर मिल दाएं तरफ, ग्राम बैरागढ़ से भी असीमित खनन का की शिकायतें आती रहती है खनिज अधिनियम 2019 का कहीं कोई पालन होता दिखाई नहीं देता,
परंतु कई ईमानदार नेता मंच यह कहते ज़रूर देखे गए हैं कि अब अवैध धंधे नहीं होने देंगे ।
क्षेत्र में रेत चोरी भी हो रही है और क्षेत्र की जनता ही सस्ती रेत के लिए तरस रही है गरीब अपना घर कैसे बना पाएगा यह कैसा विकास हो रहा है।
आखिर बड़ा सवाल जन्म लेता है की इन अवैध धंधों का जिम्मेदार कौन हैं और क्या जिले का खनिज विभाग राजस्व विभाग इस मामले में कोई हस्तक्षेप करेगा या यूंही गाडरवारा विधानसभा प्रदेश की सबसे बड़ी अंधेर नगरी बनी रहेगी ?