भोपालमंडीदीपमध्य प्रदेशराज्य

जिम्मेदार मर्दानगी अभियान प्रशिक्षण सम्पन्न

सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत ग्राम और नगर सुरक्षा समितियां को दिया प्रशिक्षण

रिपोर्टर सम्राट अंकित कुशवाहा रायसेन

जिम्मेदार मर्दानगी अभियान प्रशिक्षण सम्पन्न

सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत ग्राम और नगर सुरक्षा समितियां को दिया प्रशिक्षण
लैंगिक अपराध और असमानता को समाप्त करने बनाई रणनीति
-एसडीओपी शीला सुराणा ने बताया रक्षा समिति अधिनियम में सदस्यों को विशेष दर्जा दिया है।
-जेण्डर विषय पर कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ एच बी सेन ने लैंगिक हिंसा दूर करने दृष्टिकोण बदलने की बात कही।

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

जिम्मेदार मर्दानगी अभियान अंतर्गत शनिवार को ग्राम और नगर सुरक्षा समितियां का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। सतलापुर स्थित एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के सभागार में 11 से 4 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा में पुरुषों की भूमिका विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। लिंग आधारित अपराध और भेदभाव को रोकने में समिति के कार्यकर्ताओं की क्या भूमिका हो सकती है इस पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्हें एसडीओपी शीला सुराणा ने नगर हर ग्राम रक्षा समिति अधिनियम और कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ एच बी सेन ने जेण्डर विषय पर प्रशिक्षण दिया। जिला संस्था के जिला समन्वयक अनिल भवरे ने समन्वयक की भूमिका निभाई।प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंडीदीप,सतलापुर,नूरगंज, ओबेदुल्लागंज और गौहरगंज के नगर और ग्राम रक्षा समिति के 50 से अधिक महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभी को समाज लैंगिक हिंसा और भेदभाव मिटाने और इसकी शुरुआद स्वयं से करने का संकल्प भी दिलाया गया।

रक्षा समिति अधिनियम में सदस्यों को विशेष दर्जा-

एसडीओपी शीला सुराणा ने ग्राम एवं नगर रक्षा समिति अधिनियम और समिति गठन की प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ड्यूटी के दौरान रक्षा समिति के सदस्यों को पुलिस अधिनियम 1861 के अधीन पुलिस अधिकारी की भांति शक्तियां विशेष दी गई हैं। उन्हें पुलिस की तरह की अधिकार और संरक्षण प्राप्त होंगे। उन्होंमे बताया कि रक्षा समिति के सदस्य ड्यूटी के दौरान लोक सेवक कहलाएगा।
समाजिक लिंगभेद असमानता का कारण-
कृषक सहयोग संस्थान के डॉ एच बी सेन ने लिंग आधारित भेदभाव और अपराधों पर समझ विकसित करते हुए प्राकृतिक लिंग और जेण्डर में भेद बतलाया। उन्होंने बताया कि प्रकृतिक लिंग अपरिवर्तनीय है जबकि जेण्डर में भूमिका बदलती रहती है। जेण्डर समाज और परंपराओं,रीति रिवाजों और भूमिका बदलने के साथ बदलता रहता है। उन्होंने बताया कि समाज में लिंग आधारित हिंसा को कम करने के लिए दृष्टिकोण बदलना अनिवार्य है।

सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण लेंगें सदस्य-

एसडीओपी शीला सुराणा ने बताया कि जिम्मेदार मर्दानगी अभियान के अंतर्गत समिति के कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने के लिए हर तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे वे महिला और बालिका की सुरक्षा में पुरुष महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। इस अवसर पर थाना प्रभारी सतलापुर महेंद्र सिंह औबेदुल्लागंज। भारत सिंह,गौहरगंज एल डी मिश्रा,मंडीदीप से एएसआई तेजपाल सिंह,केएसएस के जिला संपर्क अनिल भावरे,मंडीदीप रक्षा समिति संयोजक सुनील राजपूत,गौहरगंज सुरेश गौर,महिला समिति अध्यक्ष विमला मालवीय सतलापुर,ओबेदुल्लागंज लक्ष्मण सिंह राजपूत सज्जन सिंह नगर दाहोद सहित समिति सदस्यों ने भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!