जबलपुर मेडिकल अस्पताल में नवजात बदलने का मामला, परिजनों ने किया हंगामा
जबलपुर मेडिकल अस्पताल में नवजात बदलने का मामला, परिजनों ने किया हंगामा

जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में नवजात शिशु बदलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बरगी निवासी एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसे बेटा पैदा हुआ था, लेकिन अस्पताल ने उसे बेटी सौंप दी। इस घटना के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ।
हाथ पर बेटे का टैग, लेकिन बेटी दी
पीड़ित महिला का दावा है कि उसकी सामान्य डिलीवरी के बाद नवजात के हाथ पर बेटे का टैग लगाया गया था। हालांकि, जब बच्चा परिजनों को सौंपा गया, तो वह बेटी निकली। परिजनों ने जब यह मामला अस्पताल प्रशासन के सामने उठाया, तो वार्ड स्टाफ और डॉक्टरों ने बेटी होने का हवाला देकर इसे दबाने की कोशिश की।
मामले को दबाने का प्रयास
यह घटना 18 जनवरी की है, लेकिन इसे दो दिन तक दबाने की कोशिश की गई। जब मौखिक शिकायत का समाधान नहीं हुआ, तो महिला के परिजनों ने गढ़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
अस्पताल प्रशासन की कार्रवाई
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक नर्स और एक वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है, जो घटना की जांच कर रही है।
परिजनों की मांग
पीड़ित महिला और उसके परिजन नवजात बेटे को वापस दिलाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस और अस्पताल प्रशासन मामले की जांच में जुटे हैं।
अस्पताल की लापरवाही पर सवाल
इस घटना ने अस्पताल की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों का कहना है कि ऐसी लापरवाही किसी और के साथ न हो, इसके लिए दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।