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दिव्यांगों द्वारा प्रदर्शित जीवटता और दृढ़ता सभी के लिये प्रेरणा दायक – मंत्री श्रीमती उइके दिव्यांगजनों को पर्यटन केन्द्रों का भ्रमण कराने जल्द लिया जायेगा निर्णय – राज्य मंत्री श्री लोधी

ग्यारह दिनों के दिव्य कला मेला का भव्य समापन

दिव्यांगों द्वारा प्रदर्शित जीवटता और दृढ़ता सभी के लिये प्रेरणा दायक – मंत्री श्रीमती उइके दिव्यांगजनों को पर्यटन केन्द्रों का भ्रमण कराने जल्द लिया जायेगा निर्णय – राज्य मंत्री श्री लोधी

ग्यारह दिनों के दिव्य कला मेला का भव्य समापन

देश के 21 वें दिव्य कला मेला के समापन पर जहाँ गुजरात, उड़ीसा और उत्तर प्रदेश से आये दिव्यांग कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये, वहीं स्थानीय दिव्यांगजनों ने भी अपने कला कौशल का प्रदर्शन कर उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समापन समारोह में व्यवसाय एवं उद्योग का सफल संचालन कर रहे दिव्यांग उद्यमियों तथा अलग-अलग क्षेत्रों में देश भर में ख्याति प्राप्त करने वाले दिव्यांगजनों का सम्मान मंच से किया गया। मेले में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और इसे सफल बनाने में सक्रिय सहभागिता करने वाली दिव्यांगजन कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही स्थानीय स्वयं सेवी संस्थाओं को भी समापन समारोह में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों को ट्राई साईकिल एवं सहायक उपकरणों का वितरण भी किया गया। समापन समारोह को संबोधित करते हुये प्रदेश की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती सम्पतिया उइके ने दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने की सोच के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से देश में दिव्य कला मेला के आयोजन की शुरुआत करने के लिये केंद्र शासन के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस अनूठे मेले में दिव्यांगजनों ने जिस जीवटता, दृढ़ता और प्रतिभा का प्रदर्शन किया वह समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा देगा। श्रीमती उइके ने दिव्यांगजन का विशेषण देकर निशक्तजनों को सम्मान देने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को साधुवाद दिया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा किये जा रहे कार्यों का उल्लेख भी इस मौके पर किया।

संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने भी समारोह को संबोधित करते हुये दिव्य कला मेला में देश के विभिन्न राज्यों से आये दिव्यांग उद्यमियों और कलाकारों का प्रदेश की जनता की ओर से आभार जताया और इसके आयोजन के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी , मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तथा केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार को साधुवाद दिया। उन्होंने दिव्य कला मेला को दिव्यांगजनों के कौशल को प्रदर्शित करने का अच्छा मंच बताया। श्री लोधी ने समापन समारोह में दिव्यांग कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अदभुत बताया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों ने जिस प्रतिभा का यहां प्रदर्शन किया है उससे यह साबित हो गया है कि वे कई मामलों में सामान्य जनों से भी आगे हैं। दिव्यांगजनों ने बता दिया है कि यदि आत्मविश्वास हो तो कोई भी बाधा किसी को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। राज्य मंत्री श्री लोधी ने दिव्यांजनों को पर्यटन केन्द्रों का भ्रमण कराने की मांग पर इस बारे में उच्च स्तर पर विचार कर जल्दी ही निर्णय लेने का आश्वासन दिया। दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिये समर्पित भाव से कार्य करने के लिये आयुक्त निशक्तजन श्री संदीप रजक की भी सराहना अपने संबोधन में की। दिव्य कला मेला के समापन समारोह को निःशक्तजन आयुक्त श्री संदीप रजक, राज्यसभा सदस्य श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकि, मध्यप्रदेश तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रविकरण साहू एवं महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी महाराज ने भी संबोधित किया। राज्य सभा सदस्य श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकी ने दिव्य कला मेले को सफलता प्रदान करने संस्कारधानी जबलपुर के नागरिकों को आभार प्रकट किया। आयुक्त निःशक्तजन श्री संदीप रजक ने अपने संबोधन में कहा कि दिव्यकला मेला का यह मंच दिव्यांगजनों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस मंच ने दिव्यांग जनों के भीतर छुपी प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया है। उन्होंने इन प्रतिभाओं के इस मंच से निकलकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित होने का विश्वास जताया। आयुक्त निःशक्तजन ने दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का हर संभव प्रयास करने का आश्वासन भी दिया।

दिव्य कला मेला के समापन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। समापन समारोह की शुरुआत में दिव्यांग छात्रा ने नटराजन सुंदरम गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। समारोह में वंदन एवं चैतन्य पुनर्वास संस्थान के दिव्यांग बच्चों द्वारा संयुक्त रूप से आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह में जस्टिस तन्खा मेमोरियल रोटरी संस्थान में अध्यनरत सेना के जवानों के दिव्यांग बच्चों द्वारा विभिन्न देशभक्ति गीतों पर दी गई शानदार प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों की देश प्रेम की भावनाओं से ओत प्रोत कर दिया। समारोह में डांस इंडिया डांस फेम, ऑस्कर अवॉर्डी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता गुजरात के कमलेश पटेल का नृत्य प्रांगण में उपस्थित नागरिकों का दिल जीत लिया। उन्होंने सिद्ध कर दिया कि हौसले बुलंद हों तो जीवन की हर परेशानी बौनी हो जाती है। कमलेश की रोमांचक प्रस्तुति देखकर दिव्यकला मेला का यह प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। समारोह में लाफ्टर इंडिया फेम अभय शर्मा ने भी अपने हास्य कला का प्रदर्शन कर खूब वाह वाहियां बटोरी।

राज्य शासन के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित किये गये राष्ट्रीय स्तर के दिव्य कला मेला में देश के विभिन्न राज्यों के दिव्यांग उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों एवं शिल्प कौशल का प्रदर्शन करने करीब सौ स्टॉल लगाये गये थे। इसके अलावा रोज शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दिव्यंगजनों ने अपनी कला कौशल का लोहा भी मनवाया। दिव्य कला मेला में दिव्यांगजनों को स्वरोजगार स्थापित करने तथा गृह, वाहन एवं शिक्षा के लिये ऋण उपलब्ध कराने राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम द्वारा सहयोगी बैंकों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही दिव्य कला मेले में लगाये गये फूड कोर्ट में दिव्यांगजनों द्वारा तैयार किये गये जायकेदार व्यंजनों का स्वाद भी लोगों ने लिया। ज्ञात हो कि 17 से 27 अक्टूबर तक आयोजित किये गये देश के 21 वें दिव्य कला मेला का औपचारिक शुभारंभ केंद्र शासन के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार तथा प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिरण मंत्री श्री नारायन सिंह कुशवाह ने 19 अक्टूबर को किया था। भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर प्रदेश का तीसरा शहर था जहाँ राष्ट्रीय स्तर पर दिव्य कला मेला का आयोजन किया गया। दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर समाज की मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से आयोजित किये गये दिव्य कला मेला को संस्कारधानी जबलपुर के नागरिकों से अच्छा रिस्पांस भी मिला। रोजाना सैकड़ों की संख्या में पहुँचकर शहर के नागरिकों ने दिव्यांगजनों न केवल हौसला बढाया बल्कि उनके द्वारा तैयार किये गये उत्पादों की जमकर खरीदारी भी की।

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