अब दिखने लगी दुनिया! नेत्र ऑपरेशन से 36 मरीज लाभान्वित
लायंस क्लब भौरा का प्रयास, अब दिखेगी दुनिया पहले से बेहतर

संवाददाता सुनील राठौर
भौरा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भौरा में मंगलवार को सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय के ऑफटो मेडिसिन वृंदावन शर्मा ने मोतियाबिंद ऑपरेशन कराए गए 36 मरीजों की पुनः जांच की। सभी मरीजों की स्थिति सामान्य पाई गई। डॉक्टरों ने उन्हें आवश्यक दवाएं और देखभाल के निर्देश दिए। इन मरीजों को 3 मार्च को लायंस क्लब भौरा द्वारा आयोजित नेत्र एवं मधुमेह जांच शिविर में चिन्हित किया गया था। ऑपरेशन के लिए इन्हें बैरागढ़ स्थित सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय भेजा गया था। 5 मार्च को सभी मरीजों को भौरा वापस लाया गया।
कैसे बदली 36 लोगों की जिंदगी?
3 मार्च को हुए शिविर में 90 से अधिक लोगों ने आंखों और मधुमेह की जांच कराई थी। इनमें से 40 मरीजों में मोतियाबिंद की पुष्टि हुई। ऑपरेशन के लिए 36 मरीजों को चुना गया। लायंस क्लब भौरा ने इन्हें विशेष बस से बैरागढ़ भेजा। सेवा सदन चिकित्सालय में इनका सफल ऑपरेशन किया गया। चार मरीजों का ऑपरेशन शुगर और हाई ब्लड प्रेशर अधिक होने के कारण नहीं हो सका। 5 मार्च को मरीजों को भौरा लाकर मंगलवार को उनकी पुनः जांच की गई। सभी की स्थिति सामान्य पाई गई।
परिजनों ने जताया आभार
मोतियाबिंद ऑपरेशन से लाभान्वित मरीजों और उनके परिजनों ने लायंस क्लब और सेवा सदन चिकित्सालय का आभार जताया। रामप्रसाद उईके, उम्र 62, ग्राम गुरगुंदा ने कहा, “पिछले कुछ महीनों से धुंधला दिख रहा था। काम में दिक्कत हो रही थी। अब सब साफ दिखने लगा है। यह सेवा सदन और लायंस क्लब की वजह से संभव हुआ।”
भागरती बाई, उम्र 60, ने कहा, “डॉक्टरों ने कहा था कि ऑपरेशन जरूरी है, नहीं तो नजर और कम हो जाएगी। पहले डर लग रहा था, लेकिन ऑपरेशन के बाद अब पहले से बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।”
कमला बाई के बेटे ने बताया, “माँ की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम हो रही थी। आर्थिक तंगी के कारण ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे थे। लायंस क्लब और सेवा सदन ने मुफ्त ऑपरेशन कराया। यह हमारे लिए बहुत बड़ी मदद है।”
सेवा सदन चिकित्सालय की टीम ने निभाई अहम भूमिका
सेवा सदन चिकित्सालय की टीम ने मरीजों की नेत्र जांच, दवाई वितरण और ऑपरेशन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। टीम में डॉ. मायुरेश राठौर, निखिल केवट, मीलिंग, अनिकेत मौर्य, मोहन मेहरा और नीरज दुबे शामिल थे। ने बताया, “ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र रोग की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जागरूकता की कमी के कारण लोग इलाज नहीं करा पाते। इस शिविर का उद्देश्य जरूरतमंदों तक चिकित्सा सहायता पहुंचाना था, जो सफल रहा।
लायंस क्लब ने निभाई समाजसेवा की जिम्मेदारी
लायंस क्लब भौरा के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, प्रेम उदयपुरे, राजेंद्र सिरोठिया, अशोक अग्रवाल, पराग राठौर, संतोष नायक और संजय शुक्ला ने कहा, “क्लब हमेशा समाजसेवा के कार्यों के लिए तत्पर रहता है। इस शिविर के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद करना हमारा मुख्य उद्देश्य था। भविष्य में भी इस तरह के निःशुल्क शिविर आयोजित करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
स्थानीय जनता ने की पहल की सराहना
भौरा और आसपास के ग्रामीणों ने इस अभियान की सराहना की। कई लोगों ने कहा कि ऐसे शिविर उन लोगों के लिए जीवन बदलने का काम करते हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और सही इलाज तक नहीं पहुंच पाते।
अगला शिविर जल्द
लायंस क्लब ने जानकारी दी कि जल्द ही भौरा और आसपास के क्षेत्रों में एक और नेत्र जांच एवं मधुमेह शिविर आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंदों को इस सुविधा का लाभ